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आप शांत है तो स्वर्ग है आप अशांत हैं तो नर्क है: पंडित विजय शंकर मेहता

आप शांत है तो स्वर्ग है आप अशांत हैं तो नर्क है: पंडित विजय शंकर मेहता

परमात्मा का नाम कभी व्यर्थ नही जाता : पंडित विजय शंकर मेहता

परमात्मा का नाम कभी व्यर्थ नहीं जाता। यू बातें कुडी महन्ती ऑडिटोरियम स्थित सभागार परिसर में गोयल परिवार द्वारा अपने पितरों के याद में आयोजित तीन दिवसीय संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन आज प्रसिद्ध हनुमान भक्त एवं जीवन प्रबंधन गुरू पंडित विजय शंकर मेहता ने कही। उन्होंने कथा के दौरान कहा कि जो जानकारी हमें 21 वर्ष के आयु में भी नही हुआ करता था आज वह जानकारी आठ वर्ष के बच्चों को अंगुली के एक क्लिक में उपलब्ध हो जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में बच्चों से मोबाइल छीन लेना हल नहीं ठीक जैसे अगर वर्षा हो रही हो तो वर्षा से लड़ना नहीं छाता खोल लेने में समझदारी है ठीक वैसे ही बच्चों से मोबाइल छीन लेना, टेक्नोलॉजी से दूर कर देना हल नहीं बल्कि उनके अंदर संस्कार का छाता खोल देना इस युग की आवश्यकता है। बच्चों में संस्कार की जिम्मेदारी माँ बाप की होती है, बच्चे माँ बाप के लिए आईना हैं। इसलिए जब बच्चों के साथ बैठें हों तो अपने अंदर के व्यापारी, नोकरशाह, राजनेता को भूल कर उनके साथ समय गुजारें

पंडित विजय शंकर मेहता ने पचास वर्ष के कालांश में आये भारतीय बच्चों में व्यवहारिक बदलाओं को 5 D सिद्धांत (Five D Theory) में विभाजित किया। श्री मेहता ने बताया की 50 साल पूर्व बच्चें 1st D डायरेक्शन बेस्ड सिद्धांत से चलते थे, जिसमें माता पिता बच्चों को जो डायरेक्शन देते वे वह मानते थे। उसके बाद 2nd D डिस्कशन बेस्ड सिद्धांत आ गया, जिसमें बच्चों के साथ डिस्कशन कर के फैसले लिए जाने लगें। फिर 3rd D डिबेट बेस्ड सिद्धांत ने जगह ले लिया जिसमें कोई भी फैसले लेने पर डिबेट प्रारंभ हो जाता था। फिर और विकृति होते हुए 4th D डिनायल बेस्ड सिद्धांत ने जगह ले लिया, जिसमें सीधा असहमति होना शामिल है उसके उपरांत अब 5th D का डायवर्सन सिद्धांत बच्चों में हावी हो गया है जिसे बड़ी ही सजगता के साथ माता पिता को आत्ममंथन कर खुद के व्यवहारिक दायित्वों को समझने को जागृत करने की आवश्यकता है।
कथा के प्रमुख आयोजन कर्ताओं में प्रेम – अर्चना गोयल, दामोदर – पुष्पा गोयल, दिलीप – जयश्री गोयल, रेणु गोयल
अशोक – प्रमिला गोयल, राजू – बिमला, विजय – आशा, दीपक – प्रीति, रोहित – ऋतु, अक्षय – सुमेधा,अंकित – सोनम शामिल है साथ ही कथा में विधायक सरयू राय, भाजपा नेता दिनेशानंद गौस्वामी ,समाजसेवी में अशोक भालोटिया, दीपचंद अग्रवाल, आनंद कुमार, बालमुकुंद गोयल, पवन पोद्दार, विनोद मित्तल शामिल हुए।