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38 करोड़ बैंंक घोटाला मामले में सीआईडी ने संजय डालमिया के घर पर की छापेमारी, हाथ नही आए डालमिया

सराईकेला:झारखंड राज्य सहकारिता बैंक के सरायकेला शाखा से 38 करोड़ के घोटाले के मामले में सीआईडी की टीम द्वारा सहकारिता बैंक के तत्कालीन मैनेजर सुनील कुमार सतपति एवं एक अन्य आरोपी मनसा महतो पर चार्ज शीट तैयार कर न्यायालय दायर कर दी है। साथ ही सीआईडी के डीएसपी कोल्हान अनिमेष गुप्ता ने बुधवार को आरोपित संजय कुमार डालमिया की गिरफ्तारी के लिए उनके आवास पर छापेमारी की लेकिन संजय डालमिया नहीं मिले। डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता ने बताया कि छापामारी जारी रहेगी। जानकारी हो कि सहकारिता बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सतपति को पिछले 22 मई गिरफ्तार किया गया था। 22 अगस्त 2019 को सरायकेला थाना में 5 करोड़ एवं 33 करोड़ के घोटाला के संबंध में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

दोनों ही मामलों की जांच सीआईडी को सौंपा गया है। इस संबंध में सरायकेला के शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सतपति ,सहायक पद पर कार्यरत मदन लाल प्रजापति ,तत्कालीन मैनेजर वीरेंद्र कुमार, क्षेत्रीय कार्यालय चाईबासा में पदस्थापित एजीएम, तत्कालीन लेखाकार शंकर बंधोपाध्याय ,चाईबासा क्षेत्रीय कार्यालय के तत्कालीन एमडी मनोज नाथ शाहदेव, तत्कालीन एजीएम मुख्यालय संदीप सेन ,सीईओ बृजेश्वर नाथ और संजय कुमार डालमिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

सीआईडी के अधिकारियों के मुताबिक, संजय कुमार डालमिया नाम के व्यवसायी को 8 अलग-अलग लोन में कुल 38 करोड़ की राशि दी गई थी। बैंक से राशि निर्गत करने के पूर्व कागजात का सत्यापन कर चेकर आईडी जारी करनी होती है। मंशा राम महतो ने 1.10 करोड़ रुपये की चेकर आईडी जारी कर पैसे जारी करवाए थे। कागजात में गड़बड़ी के बाद भी व्यवसायी को लोन जारी किया गया था। पूरे मामले में सीआईडी को व्यवसायी संजय कुमार डालमिया की भी तलाश है।

22 अगस्त 2019 को सरायकेला थाना में झारखंड राज्य सहकारिता बैंक की सरायकेला शाखा में करीब 38 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला दर्ज कराया गया है। इसमें सरायकेला शाखा से व्यवसायी संजय कुमार डालमिया द्वारा विभिन्न कंपनियों के नाम पर 38 करोड़ रुपये लोन लेकर नहीं लौटाए जाने का मामला है। इसे लेकर को-ऑपरेटिव बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सतपथी, सहायक मदन लाल प्रजापति, मैनेजर धीरेंद्र कुमार सवईयां, क्षेत्रीय कार्यालय चाईबासा के एजीएम, लेखापाल शंकर बंदोपाध्याय, एमडी मनोज नाथ शाहदेव, मुख्यालय एजीएम संदीप सेन, सीईओ ब्रजेश्वर नाथ और व्यवसायी संजय कुमार डालमिया को आरोपी बनाया गया था। सीआईडी के डीएसपी अनिमेष गुप्ता के द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है। वहीं, केस की मॉनिटरिंग खुद सीआईडी एडीजी अनिल पालटा के द्वारा की जा रही है।