झारखण्ड वाणी

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उरांव समाज के महान विभूति शिक्षाविद, लोकप्रिय जननेता एवं भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबा कार्तिक उरांव के 31 वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष में जमशेदपुर के पुराना सीतारामडेरा स्थित आदिवासी उरांव समाज के विकास भवन प्रांगण में आदिवासी उरांव समाज की जिला समिति एवं स्थानीय कमेटी के संयुक्त तत्वाधान में सादगी पूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया

जमशेदपुर- उरांव समाज के महान विभूति शिक्षाविद, लोकप्रिय जननेता एवं भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबा कार्तिक उरांव के 31 वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष में जमशेदपुर के पुराना सीतारामडेरा स्थित आदिवासी उरांव समाज के विकास भवन प्रांगण में आदिवासी उरांव समाज की जिला समिति एवं स्थानीय कमेटी के संयुक्त तत्वाधान में सादगी पूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि उरांव समाज के जिला अध्यक्ष राकेश और विशिष्ट अतिथि के रूप में जमशेदपुर मुखी समाज के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह समाजसेवी शंभू मुखी डूंगरी एवं अन्य आगंतुक मेहमानों ने बाबा कार्तिक उरांव के मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किया कार्यक्रम स्थल पर मौजूद उरांव समाज के लोगों ने भी उत्साह पूर्वक अपने आदर्श पुरुष की मूर्ति पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके सम्मान में दो मिनट का मौन रखा। कार्यक्रम में मौजूद मुख्य वक्ता के रूप में समाजसेवी शंभू मुखी डूंगरी ने बाबा कार्तिक के आदर्शो एवं उनके द्वारा किए गए रचनात्मक कार्यों पर प्रकाश डालते हुए आज की युवा पीढ़ी को उनके पद चिन्हों पर चलने का आहवान किया। बाबा कार्तिक उरांव का संपूर्ण जीवन आदिवासियों के हितों के लिए समर्पित रहा उनके द्वारा चलाए गए आंदोलन और सफल प्रयास का ही परिणाम है झारखंड राज्य का निर्माण एवं जल जंगल जमीन की रक्षा होता साकार नजर आ रहा है। बाबा कार्तिक उरांव के द्वारा रांची स्थित देश के गौरवशाली निर्माण एचसीएल कारखाने का डिजाइन तैयार किया गया था। उनके द्वारा स्थापित गौरवमयी परंपरा को आज जीवित रखना हम सबों का दायित्व है। कार्यक्रम की अध्यक्षता गंगा राम तिर्की ने किया संचालन जुगल बारा और धन्यवाद ज्ञापन रामू तिर्की ने दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से डॉ अशोक पासवान,बबलू खलखो, गंगाराम तिर्की हरिया तिर्की, जुगल बरहा, संतोष लकड़ा, उपेंद्र बांद्रा,रवि सवैया,दुर्गा बोइपोई , संगीता सामंत , नंदलाल पातर , संतोष कुमार एवं काफी संख्या में पुराना सीतारामडेरा निवासी का सहयोग रहा