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टाटा स्टील में साफ-सफाई कर्मचारी पुत्रों की सीधी बहाली नहीं तो झारखंड से दिल्ली तक होगा आंदोलन

टाटा स्टील में साफ-सफाई कर्मचारी पुत्रों की सीधी बहाली नहीं तो झारखंड से दिल्ली तक होगा आंदोलन

जमशेदपुर : टाटा स्टील में साफ-सफाई का कार्य करने वाले कर्मचारियों के पुत्रों की सीधी बहाली नहीं करके उनसे शैक्षणिक योग्यता मांगना सरासर गलत है. टाटा स्टील को चमकाने (साफ-सफाई कार्य) में खून-पसीना बहाने वाले मजदूरों के पुत्रों के साथ इस तरह का अन्याय अब बर्दास्त नहीं किया जाएगा. पूर्व मंत्री सह झारखंड मजदूर यूनियन के केन्द्रीय अध्यक्ष दुलाल भुइयां ने आज यह बातें कहीं.संवाददाता सम्मेलन में जानकारी देते हुए दुलाल भुइयां ने कहा कि टाटा स्टील में वर्षों तक नौकरी करने वाले सफाई कर्मचारियों के बेटे-बेटियों का निबंधन नौकरी के लिए किया गया. लेकिन उन्हें नौकरी नहीं देकर अब उनसे शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र मांगा जा रहा है. यह सरासर गलत है. पूर्व मंत्री ने कहा कि टाटा स्टील अब अपने वर्क स्टैंडिंग ऑर्डर से पीछे हट रही है. स्थायी प्रवृति का काम आउटसोर्स के माध्यम से कराया जा रहा है. ऐसे में अपने खून-पसीने से कंपनी को सींचने वाले सफाई कर्मचारियों के आश्रित कहां जाएंगे.
इस मामले को लेकर सफाई और ठेका मजदूरों ने टाटा स्टील का जेनरल ऑफिस गेट जाम किया था. प्रदर्शन के दौरान टाटा स्टील के चेयरमैन रतन टाटा को इस संबंध में पत्र भेजा गया था, जिसका संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया है. इस मामले में झारखंड मजदूर यूनियन और टाटा स्टील दलित आश्रित निबंधित संघ ने आंदोलन का निर्णय लिया है. इसकी रुपरेखा तैयार की जा रही है. इसके तहत पहले चरण में मुख्यमंत्री आवास, राज्यपाल के आवास का घेराव किया जाएगा. इन दोनों के स्तर से हल नहीं निकलने पर दिल्ली चलो अभियान चलाया जाएगा. जिसके तहत प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के आवास के सामने प्रदर्शन किया जाएगा. अगर वहां भी हल नहीं निकला तो सभी सफाई और ठेका मजदूर मुंबई जाकर रतन टाटा के आवास के बाहर बेमियादी धरना देंगे
झारखंड मजदूर यूनियन के केन्द्रीय अध्यक्ष दुलाल भुइयां ने बताया कि झारखंड के असंगठित मजदूरों को उनका हक नहीं मिल रहा है. सरकार की ओर से निर्धारित मजदूरी उन्हें नहीं मिल रही है. ठेकेदार और निजी कंपनियां मजूदरों का शोषण कर रही हैं. श्रम विभाग के अधिकारी कंपनियों और ठेकेदारों के हाथ की कठपुतली है. असंगिठत क्षेत्र के मजदूरों को एकजुट करने के लिए झारखंड मजदूर यूनियन की ओर से जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है. दुलाल भुइयां ने बताया कि झारखंड और दिल्ली के आंदोलन के बाद असंगिठत क्षेत्र के मजदूरों की एक विशाल रैली 2022 में गोपाल मैदान में की जाएगी. जिसमें लाखों मजदूर एकत्रित होंगे और शोषण करने वाली कंपनियों के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूकेंगे संवाददाता सम्मेलन में निमाई मंडल, राजेश सामंत, चेतन मुखी, मनु मंडल, मिथिलेश दास, प्रह्लाद लोहार, दीपक मंडल, अमित दास, विभूति सरदार, शंकर राव आदि मौजूद थे.