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तालिबानी फ़रमान ने पूरे देश में कराई झारखंड की फजीहत, आखिर सरकार की मजबूरी क्या है: कुणाल षाड़ंगी

विधानसभा में नमाज भवन के निर्णय पर भाजपा का आंदोलन आज भी रहा जारी, सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ कर जताया विरोध।

सरकार एक धर्म विशेष के लोगों को लेकर काम कर रही है, यह चलने नहीं दिया जाएगा: गूँजन यादव

जमशेदपुर। झारखंड विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए अलग कमरा आवंटन करने के निणर्य पर भाजपा का विरोध और आक्रामक रुख आज भी जारी रहा। भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गूँजन यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने साकची स्थित बड़ा गोलचक्कर पर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करके नयाब तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान भारत माता की जय, तानाशाही सरकार नहीं चलेगी, और जय श्री राम के नारों से कार्यक्रम स्थल गुंजायमान रहा। इस दौरान वक्ताओं ने हेमंत सरकार पर तुष्टिकरण और वोट बैंक मजबूती के लिए ऐसे निर्णय लेने का आरोप लगाया। कहा कि राज्य में वर्षों से पुरानी परंपरा बिना किसी समस्या के चली आ रही थी। परंतु विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने मुख्यमंत्री के दबाव में जिस प्रकार से आदेश निर्गत किया है वे प्रदेश का वातावरण अशांत कर सकते हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक मेनका सरदार ने राज्य सरकार पर जल, जंगल और जमीन के नाम पर केवल राजनीति करने और प्राकृतिक संसाधनों के दोहन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कई बड़ों वादों के सहारे सत्ता में आने के बाद झामुमो-कांग्रेस की सरकार ने अब तक प्रदेश की जनता के साथ छल ही किया है। 19 महीने की सरकार में राज्य सरकार केवल तुष्टिकरण की राजनीति को आगे बढ़ाने में लगी है। मेनका सरदार ने कहा कि इस तानाशाही निर्णय का भाजपा हर स्तर पर पुरजोर विरोध करेगी और लोकतंत्र के मंदिर पर जो धब्बा लगाने का प्रयास किया गया है, उसे वापस लेना होगा।
वहीं प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने ऐसे निर्णय को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दबाव में लिया गया निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे तालिबानी फरमान जारी कर प्रदेश में विभेद की राजनीति कर रही है। कुणाल ने कहा कि देश की पहली विधानसभा है जहाँ पर ऐसे आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने पूछा कि आखिर राज्य सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि कभी मुफ्त कफ़न बांटने के नाम पर तो कभी असंवैधानिक निर्णय लेकर झारखंड की फजीहत पूरे देश में करवा रहे हैं। श्री षाड़ंगी ने ऐसे निर्णय को धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास बताया और कहा कि ऐसे निर्णय समाज ने वैमनस्य पैदा करेगा।
भाजपा महानगर अध्यक्ष गूँजन यादव ने भी राज्य सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए इस तानाशाही फरमान को वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह केवल अपने वोट बैंक पॉलिटिक्स को मजबूत करने और मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि पिछले 19 महीनों में सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। बड़े वादों को पूर्ण करने में असफल होने के बाद राज्य सरकार सस्ती राजनीति पर उतर आई है। गूँजन यादव ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता झामुमो-कांग्रेस के हर गलत नीति का विरोध करने के लिए कमर कस चुका है। आने वाले दिनों में भाजपा कार्यकर्ता सदन ही नहीं अपितु सड़क भी घेरने का काम करेंगे और मजबूती से बात उठाकर इस अलोकतांत्रिक निर्णय को वापस लेने पर मजबूर कर देंगे। सरकार एक धर्म विशेष के लोगों को लेकर काम कर रही है यह चलने नहीं दिया जाएगा। भाजपा सदन से लेकर सड़क तक इसका चरणबद्ध तरीके से पुरजोर विरोध करेगी।
सभा को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। इस दौरान मंच संचालन महामंत्री राकेश सिंह एवं अनिल मोदी ने संयुक्त रूप से किया और धन्यवाद ज्ञापन पश्चिम मंडल अध्यक्ष बजरंगी पांडेय ने किया।
इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज कुमार सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष नंदजी प्रसाद, दिनेश कुमार, कुलवंत सिंह बंटी, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप महतो, संजीव सिन्हा, बबुआ सिंह, सुधांशु ओझा, महामंत्री राकेश सिंह, अनिल मोदी, मंत्री पप्पू सिंह, मनोज राम, मीडिया प्रभारी प्रेम झा, आईटी सेल प्रभारी नारायण पोद्दार, मनी मोहंती, कोस्तव राय, बिमल बैठा, समेत भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित अग्रवाल, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ज्योति अधिकारी, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष मुचीराम बाउरी, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष अजीत कालिंदी, अनुसूचित जनजाति मोर्चा अध्यक्ष बिनानंद सिरका एवं महानगर अंतर्गत मंडल अध्यक्ष बजरंगी पांडेय, चंचल चक्रवर्ती, त्रिदेव चट्टराज, संजय सिंह, हन्नु जैन, संतोष ठाकुर, सुरेश शर्मा, हेमंत सिंह, अजय सिंह, ध्रुव मिश्रा, बबलू गोप, दीपक झा, बजरंगी पांडेय, पवन सिंह, बिनोद राय, राजेश सिंह, संजय तिवारी, राकेश लोधी समेत समस्त भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।