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सरयू और रघुवर समर्थक फिर आमने-सामने बर्मामाइंस में माहौल गरमाने की आशंका

सरयू और रघुवर समर्थक फिर आमने-सामने बर्मामाइंस में माहौल गरमाने की आशंका

जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव के बाद से रघुवर दास और सरयू राय समर्थकों के बीच जारी तनातनी किसी दिन खूनी रूप ले सकती है. पिछले कुछ दिनों से जारी हालात भी ऐसी ही किसी संभावित स्थिति की ओर इशारा कर रहे हैं. विजयादशमी की रात बर्मामाइंस में विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जन मोर्चा (भाजमो) के मंडल अध्यक्ष नागेंद्र सिंह पर फायरिंग के मामले के बाद क्षेत्र में एक बार फिर सरयू राय और रघुवर दास के समर्थक आमने-सामने आ गये हैं. माहौल गर्म है. बीते शुक्रवार की शाम हुई फायरिंग की घटना के बाद नागेंद्र सिंह ने भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रामबाबू तिवारी के अलावा उनके सहयोगी भोला सिंह, मिठू चौधरी, रायमंत सिंह और अभय राय के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है. वहीं, इस मामले में मनोज कुमार सिंह उर्फ भोला ने भी नागेंद्र सिंह, विजय प्रताप सिंह, अमरेन्द्र सिंह उर्फ मुन्ना, शैलेश राय, पीयूष उर्फ गोल्डी, अमन सिंह, प्रमोद सिंह, चिंटू सिंह उर्फ नचिकेता सिंह और प्रदीप सिंह के खिलाफ एक राय होकर जानलेवा हमला करने तथा जान मारने की नीयत से गोली चलाने का थाना में मामला दर्ज कराया है.
यह पहला मौका नहीं है जब बर्मामाइंस क्षेत्र में विधायक सरयू राय और पूर्व विधायक रघुवर दास के समर्थक आमने-सामने हुए हैं, बल्कि इसकी शुरुआत महीनों पहले रघुवर नगर में कथित रूप से सरकारी शिलापट्ट पर कालिख पोतने की घटना के बाद से हो गई थी. उस मामले में भी दोनों पक्षों ने थाने में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. इस बीच बीते दिनों ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भाजमो नेता दुर्गा राव, गोल्डी सिंह समेत अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. हालांकि कुछ दिनों बाद ही वे जमानत पर जेल से बाहर आ गये. नागेंद्र सिंह का कहना है कि उसी मामले को लेकर खुन्नस खाए भोला सिंह ने उन्हें फोन कर धमकी दी थी कि रामबाबू तिवारी का विरोध करना छोड़ दे, नहीं तो परिणाम भुगतना होगा. भोला सिंह ने उन्हें धमकी देने के बाद फोन कर घर भी बुलाया. फिर कुछ देर बाद भोला सिंह कार के साथ अपने साथियों के साथ नागेंद्र सिंह के घर आकर हंगामा करने लगे. इसकी सूचना पत्नी से फोन पर मिलने के बाद नागेंद्र सिंह घर पहुंचे उसी दौरान उन पर फायरिंग कर दी गयी. हालांकि गोली उन्हें लगी नहीं, वे घटना में बाल-बाल बच गये. दूसरी ओर भोला सिंह का कहना है कि घटना के दिन नागेंद्र सिंह ने उन्हें दशहरे का निमंत्रण दिया था. उसके बाद वे नागेंद्र सिंह के घर पहुंचे थे. वहां नागेंद्र के सहयोगी भी मौजूद थे. उसी दौरान उनके पर रिवाल्वर तान दिया गया. जान मारने की नीयत से उन पर फायरिंग भी की गयी. हालांकि वे किसी तरह हमले में बचकर निकल गये. इस पूरे मामले में दोनों ओर से थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
इधर, शनिवार को सरयू राय ने जमानत पर जेल से निकले भाजमो कार्यकर्ताओं को सम्मानित कर यह संदेश दिया है कि वे हर हाल में अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हैं. उधर रघुववर दास के समर्थक भाजपा चुनावी हार को अब तक पचा नहीं पाये हैं. लिहाजा क्षेत्र में दोनों के समर्थकों के बीच लगातार छिटपुट घटनाएं घट रही हैं. इन्हें रोकने को लेकर यदि पुलिस प्रशासन समय रहते ठोस कदम नहीं उठाता है, तो आने वाले दिनों में किसी बड़ी घटना की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा है.
*पुलिस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है. मामले में दोषी पाए जानेवालों के खिलाफ कानून के दायरे में लाया जाएगा:सुभाषचंद्र जाट एसएसपी सिटी*