झारखण्ड वाणी

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सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत कांड्रा में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं हरेक छोटे बड़े कपड़ा व्यवसाय का शटर उठाना गिराना अब इनका स्टाइल सा बन चुका है

सरायकेला खरसावां- सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत कांड्रा में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं हरेक छोटे बड़े कपड़ा व्यवसाय का शटर उठाना गिराना अब इनका स्टाइल सा बन चुका है, और आदत सा हो गया है, अभी तक मास्क फाइन के सिवाय और किसी तरह के लाकडाउन उलंघन का मामला सामने नहीं आया है जबकि खैनी,बीड़ी,सिगरेट,गुटखा,बेचने पर सरकार के द्वारा रोक लगाया गया है लेकिन सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए कुछ दुकानों में यह सारी चीजें धड़ल्ले से बिक रही है,जिस पर जिला प्रशासन के द्वारा रोक लगाना बहुत जरूरी है अच्छे स्वास्थ्य और कोरोना काल को देखते हुए भी अवैध बिक्री पर अंकुश लगाया जाना चाहिए,जबकि यात्री वाहनों में भी समाजिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है ,लॉकडाउन सिर्फ चूहा बिल्ली का खेल बनकर रह गया है, सूचनातंत्र अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय पैसे का खेल खेल रहे हैं सिर्फ वैसे लोगों का ही सूचना दिया जाता है जहां से उनको कुछ भी मिलने का संभावना रहता है,जैसे कई शिक्षक ट्यूशन बच्चों को पढा रहे हैं ,मा बाप बच्चों को शिक्षित करने के लिए भेजते है, जबकि सारे स्कूल बंद हैं इस दौरान बच्चों का अभ्यास छूट जाने की भय से अभिभावक ट्यूशन भेजने के लिए मजबूर हो जा रहे हैं कुछ दलालनुमा लोग थाना से सांठगांठ कर पुलिस को सूचित कर शिक्षा जगत को बाधित कर उन जगहों से वसूली कर पाकेट भरा जा रहा है जबकि कांड्रा क्षेत्र में लाकडाउन का घोर उल्लंघन किया जा रहा है लाकडाउन के नियमानुसार सब पर कार्रवाई होनी चाहिए जबकि जिला प्रशासन को चाहिए कि कांड्रा के लोगों को कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए उच्च स्तरीय समिति बनाकर क्षेत्र का जांच कर दोषी पदाधिकारियों और दलालनुमा लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए

विशेष संवाददाता जगन्नाथ मिश्र