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सिंहभूम लोकसभा सीट पर बिछने लगी बिसात सरायकेला विधानसभा खासकर आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र प्रत्याशियों के लिए है महत्वपूर्ण

सिंहभूम लोकसभा सीट पर बिछने लगी बिसात सरायकेला विधानसभा खासकर आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में प्रत्याशियों के लिए है महत्वपूर्ण सिंहभूम लोकसभा चुनाव क्षेत्र से एक ओर भाजपा प्रत्याशी के रूप में वर्तमान सांसद गीता कोड़ा पुनः भाग्य आजमा रही है तो दूसरी ओर पूर्व मंत्री एवं विधायक जोबा मांझी ने इंडिया गठबंधन की जेएमएम प्रत्याशी के रूप नामांकन दाखिल के साथ ही चुनावी तापमान को बढ़ा दिया है.
जोबा मांझी सीधी एवं सरल स्वभाव की लोकप्रिय नेता है. मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार विधायक निर्वाचित होते आ रही है. जनता में इनकी गहरी पकड़ है. लगातार मंत्री रहने के बावजूद कभी भी इनपर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा. इनके दिवंगत पति देवेन्द्र मांझी कोल्हान समेत झारखंड के बड़े नेता के रूप में जाने जाते थे
जोबा मांझी के नामांकन में हेमंत सोरेन की उतराधिकारी पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन मुख्य मंत्री चंम्पाई सोरेन कांग्रेस कोटे से मंत्री बन्ना गुप्ता मंत्री दीपक बिरुआ झामुमो विधायक एवं चाईबासा जिलाध्यक्ष सुखराम उरांव कांग्रेस जिला अध्यक्ष चंदशेखर दास सरायकेला खरसावां कांग्रेस जिला कार्यकारी अध्यक्ष अंबुज कुमार आदि के साथ इंडिया गठबंधन नेताओं की भागीदारी एवं महाजुटान ने भाजपा के माथे पर बाल ला दिया है.
जोबा मांझी के नामांकन में उमड़ी भीड़ अगर वोट में तब्दील हो गई तो गीता कोड़ा का पाला बदलकर संसद पहुंचने का सपना दीवा स्वप्न हो जाएगा.
सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र से विजय हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री चंम्पाई सोरेन के विधानसभा क्षेत्र सरायकेला में बढ़त हासिल करना भाजपा के लिए नितांत आवश्यक है. परंतु चंम्पाई सोरेन के दुर्ग को भेदना आसान नहीं होगा.
इस चुनाव में इंडिया गठबंधन एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने पर जोर दे रहा है. इंडिया गठबंधन के महत्वपूर्ण घटक दल के रूप में कांग्रेस ,वामपंथी दल आरजेडी आम आदमी पार्टी आदि शामिल हैं.
इंडिया गठबंधन के सबसे महत्वपूर्ण घटक कांग्रेस पार्टी का सिंहभूम लोकसभा सीट परम्परागत सीट रहा है पिछला लोकसभा चुनाव गीता कोड़ा कांग्रेस के टिकट पर ही जीती थी. हालांकि इस बार चुनाव से पूर्व उन्होंने विभिन्न कारणों से पाला बदलकर भाजपा में शामिल होकर भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही है.
इस क्षेत्र में कांग्रेस का अपना जनाधार एवं परम्परागत वोट बैंक है. राजनगर सरायकेला गम्हरिया आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में कांग्रेस का मजबूत संगठन एवं वोट है.
पिछले डेढ़ दो साल में सरायकेला जिले में कांग्रेस काफी मजबूत हुई है.कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष अंबुज कुमार ने अपने मेहनत एवं निष्ठा के बल पर संगठन को नई दिशा एवं पहचान दी है.
पूर्व जिला अध्यक्ष बिशु हेंब्रम के इस्तीफे के बाद अंबुज कुमार ने पार्टी को बेहतर तरीके से संभाला है. आज कांग्रेस का संगठन भाजपा के जिला इकाई के मुकाबले ज्यादा सक्रिय एवं मजबूत दिखाई पड़ता है.

जिले में आरजेडी की स्थिति सांगठनिक रूप से लूंज पूंज है. आरजेडी जिला अध्यक्ष संजय सिंह एवं पुरेंद्र नारायण के बीच भी चौड़ी खाई है. पुरेंद्र आरजेडी को अपना जेबी संगठन समझकर किसी भी अन्य नेता को उभरने नहीं देते हैं
पुरेंद्र नारायण सिंह एवं संजय सिंह के अलग अलग गुट के रूप में आरजेडी संगठन चल रहा है. आरजेडी में एक तीसरा गुट भी है जिसके नेता अर्जुन यादव हैं

आरजेडी में संजय सिंह के जिला अध्यक्ष बनने के बाद पुरेंद्र की पकड़ कमजोर हुई है. पुरेंद्र से आरजेडी का कोर वोटर यादव समुदाय अंदरखाने नाराज बताए जाते है .
पिछले नगर निगम चुनाव में आरजेडी के सिंबल पर चुनाव लड़ते हुए पुरेंद्र नारायण सिंह ने लालू यादव राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव का तस्वीर चुनाव प्रचार वाहन होर्डिंग आदि में नहीं लगाया था. जिसके कारण यादव मतदाताओं में उस वक्त काफी रोष था.
आज भी पुरेंद्र लालू तेजस्वी का नाम कम ही इस्तेमाल करते हैं. ऐसा करके पुरेंद्र नारायण एक विशेष वर्ग को साधना चाहते हैं.
जब पुरेंद्र नारायण 2008 में डिप्टी मेयर का चुनाव जीते थे उस वक्त निगम क्षेत्र का विकास करने में असफल रहे. उनके कार्य काल का एक भी काम गिनाने लायक नहीं है.

विनोद श्रीवास्तव का कार्य काल भी यादगार नहीं बन पाया. पूरा आदित्यपुर जल संकट से जूझ रहा है.

आरजेडी के कोर वोट बैंक में कुछ महीने पूर्व कांग्रेस ने भी सेंध लगाई है. राहुल यादव को कांग्रेस का नगर अध्यक्ष बनाकर. अंबुज कुमार ने यादवों एवम् पिछड़ों के बीच प्रभावी पकड़ बनाया है. राहुल यादव नौजवानों के बीच काफी लोकप्रिय है. पिछड़े वर्ग के मतदाताओं पर इसका प्रभाव इस चुनाव में पड़ेगा.
भाजपा इस बार पेशोपेश में है की सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में चुनावी खेवनहार अपने किस नेता को बनाए.

पूर्व मेयर विनोद श्रीवास्तव पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह पूर्व उप मेयर अमित सिंह उर्फ बॉबी सिंह सरायकेला खरसावां जिला अध्यक्ष उदय सिंहदेव समेत पूर्व भाजपा प्रत्याशी गणेश माहली, रमेश हांसदा आदि प्रत्याशी गीता कोड़ा की नैया अपने स्तर से पार कराने में लगे हुए हैं.
भाजपा समेत किसी भी दल ने अभी तक चुनावी कार्यालय निगम क्षेत्र में नहीं खोला है. गीता कोड़ा के खिलाफ एंटी इंकंबैंशी भी चुनाव में असर दिखाएगा.

सांसद रहते हुए आदित्यपुर वासियों को सांसद फंड से एक भी योजना का लाभ गीता कोड़ा नहीं दिला पाई. पूरे सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में सांसद फंड से नहीं के बराबर काम हुए हैं.

एक ओर जहां बीजेपी को बढ़त हासिल करने के लिए विनोद श्रीवास्तव अरविन्द कुमार सिंह, अमित सिंह उर्फ बॉबी सिंह गणेश माहली उदय सिंह देव सरीखे नेता लगे हुए हैं वहीं कांग्रेस के कार्यकारी जिला अध्यक्ष अंबुज कुमार पार्टी जनों के साथ मिलकर जोबा मांझी को विजय बनाने के प्रयास में पसीना बहा रहे हैं. कांग्रेस नेता अजय सिंह, सुरेश धारी उपेन्द्र शर्मा, प्रमोद सिंह, ऋषि मिश्रा,रमाशंकर पाण्डेय खिरोड़ सरदार मुकेश श्रीवास्तव आदि गठबंधन प्रत्याशी की जीत के लिए मंथन कर रहे हैं.
जिला कांग्रेस कमेटी अंबुज कुमार के नेतृत्व में पहले से कहीं अधिक एकजुट है.संभवतः पूरी कांग्रेस पार्टी गीता कोड़ा को सबक सिखाने के लिए एकजुट होकर जोबा मांझी के साथ खड़ी है.
आरजेडी के जिला अध्यक्ष संजय यादव पुरेंद्र नारायण सिंह डी एन सिंह अर्जुन यादव आदि भी गठबंधन को मजबूती प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं.
पुरेंद्र नारायण सिंह की लोकप्रियता को कांग्रेस नेता अंबुज कुमार और सुरेश धारी से चुनौती मिलता है. पिछड़े वर्ग के बीच कांग्रेस नेता सुरेश धारी विकल्प के तौर पर वर्षो से भरोसेमंद बने हुए है.
जहां अंबुज कुमार सभी वर्ग को साथ लेकर चलने वाले मजदूर नेता के रूप में अपनी ख्याति रखते हैं. वहीं पुरेंद्र नारायण सिंह पर एक खास वर्ग तक सीमित रहकर मिन माइंडेड लीडर के तौर पर काम करने के आरोप लगते हैं 2018 के निगम चुनाव में अंबुज कुमार को पुरेंद्र नारायण सिंह से अधिक वोट प्राप्त हुए थे.
अंबुज कुमार नौजवानों के एग्रेसिव लीडर माने जाते हैं आदित्यपुर के विभिन्न क्षेत्रों एवं इंदिरा बस्ती राममढैया बस्ती भट्टा बस्ती मांझी टोला साईबाबा कॉलोनी बंतानगर विद्युत नगर शर्मा बस्ती हरिओम नगर मिरुडीह एवं आदित्यपुर 2 कॉलोनी और गम्हरिया क्षेत्र में गाढ़ी पकड़ रखते हैं आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र का आम जनमानस और मजदूर वर्ग अंबुज कुमार को भरोसेमंद एवं संघर्षशील नेता मानते हैं
अंबुज कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी जिलाध्यक्ष बनने के बाद से अपना दायरा एवं जनाधार राजनगर सरायकेला खरसावां कपाली के ईचागढ़ आदि क्षेत्र में भी बढ़ाने में सफल हुए हैं.
इस चुनाव में जोबा मांझी का नैया इन्हीं गठबंधन नेताओं के सहारे पार होगा.
जेएमएम का इस क्षेत्र में काफी मजबूत पकड़ है मजबूत जनाधार वाली जेएमएम गठबंधन नेताओं को साधकर बड़ी विजय प्राप्त कर सकती है जेएमएम नेता रंजीत प्रधान जिला अध्यक्ष शुभेन्दू महतो अमृत महतो डब्बा सोरेन गोपाल महतो आदि तुरुप का पत्ता साबित होंगे .
देखना दिलचस्प होगा उंट किस करवट बैठता है गीता कोड़ा का जादू बरकरार रहेगा या जोबा मांझी दिल्ली पहुंचकर सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र की नुमाइशी करेगी.लोकतंत्र के इस महा पर्व में मतदाता 13 मई का इंतजार कर रहे हैं