जमशेदपुर – सांसद विद्युत वरण महतो ने आज लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किए गए आम बजट पर अपने राय देते हुए कहा कि यह अमृत काल का पहला बजट देश के आम नागरिकों पर अमृत वर्षा के समान है।
उन्होंने कहा कि यह बजट जहां एक ओर किसानों के लिए नए द्वार खोल रहा है वहीं दूसरी ओर मजदूरों के लिए राहत की फुहार लेकर आया है।
सांसद श्री महतो ने कहा कि श्री अन्न योजना के माध्यम से किसान मोटे अनाज का उत्पादन के लिए प्रोत्साहित होंगे वहीं दूसरी ओर आयकर की छूट की सीमा बढ़ाकर सात लाख रुपए करने से कर्मचारी वर्ग को भारी राहत मिलेगा ।साथ ही साथ टैक्स की स्लैब को घटाकर मात्र पांच वर्गों में रखने से उन्हें अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा।
उद्योगों के लिए भी इस बजट में बहुत कुछ किया गया है विशेषकर एमएसएमई सेक्टर में विवाद से विश्वास स्कीम से इन्हें काफी लाभ मिलेगा।
पैन कार्ड की उपयोगिता को बढ़ाते हुए यह सुनिश्चित किया गया है कि यह सिंगल बिजनेस आईडेंटिफिकेशन के रूप में काम करेगा जिससे नए-नए स्टार्टअप के अलावा बहुत प्रकार के झंझटओं से उद्यमियों को मुक्ति मिलेगी।
रेलवे में इस बजट में 2.4 लाख करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इसके माध्यम से रेलवे का आधुनिकीकरण और सुरक्षा को और मजबूती मिलेगी।
नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से आम जनता विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को इसका लाभ प्राप्त होगा।
सांसद श्री महतो ने कहा कि इसके अलावा देश की आधारभूत संरचना को निरंतर मजबूती प्रदान करने के लिए इस बजट में अनेक प्रावधान किए गए हैं जिसके माध्यम से सड़क, बंदरगाह सहित आधारभूत उद्योगों को काफी सहूलियत प्रदान होगी ,जिससे देश विकास की एक नई कहानी आने वाले वर्ष में लिख पाएगा ।सांसद श्री महतो ने कहा की कुल मिलाकर यह बजट विकासोन्मुख एवं आत्मनिर्भर भारत की ओर ले जाने वाला बजट है ।
सांसद श्री महतो ने प्रधानमंत्री सहित देश के वित्त मंत्री को इस प्रकार का बजट प्रस्तुत करने के लिए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
सम्बंधित समाचार
लाख टके का सवाल, झारखंड की भागीदारी रहेगी या नहीं झारखंड का प्रतिनिधित्व काटने पर अड़ा बिहार सिख प्रतिनिधि बोर्ड
मणिपुर हिंसा रोकने को राष्ट्रपति से गुहार _युनाइटेड फोरम फॉर पीस एंड जस्टिस ने सात सूत्री मांग पत्र भेजा
रिफ्यूजी कॉलोनी गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान एवं खालसा क्लब के ट्रस्टी सरदार हरमिंदर सिंह मिंदी को पत्नी शोक हुआ