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संजय जायसवाल के खिलाफ जेडीयू एक्शन लेगी या कुर्सी के लिए सरेंडर करेगी:आरजेडी

संजय जायसवाल के खिलाफ जेडीयू एक्शन लेगी या कुर्सी के लिए सरेंडर करेगी:आरजेडी

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के फेसुबक पोस्ट के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि अल्पसंख्यक समाज के द्वारा दलित समाज के लोगों पर लगातार अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं. अब राजद ने जदयू पर निशाना साधते हुए सवाल किया है कि संजय जायसवाल पर सुसाशन बाबू एक्शन लेंगे?
पटना: राज्य में कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्यशाली को लेकर सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के फेसुबक पोस्ट के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. अब आरजेडी ने जेडीयू पर निशाना साधते हुए जदयू प्रवक्ता से सवाल किया उन्होंने नीतीश सरकार के खिलाफ उंगली उठाने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के साथ अब वह क्या करेंगे. उन्होंने कहा था कि जो भी नीतीश के खिलाफ उंगली उठाएगा, उसकी उंगली को तोड़ दिया जाएगा. तो क्या जदयू अब उनके खिलाफ कोई एक्शन में लेगी या नतमस्तक होकर जनता को भ्रम में रखने की ही राजनीति करती रहेगी जनता को भ्रम में डाल रही एनडीए सरकार
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता सह पूर्व प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पार्टी के सांप्रदायिक एजेंडे के तहत अल्पसंख्यक समाज के खिलाफ नफरत फैलाने की बातें करते हैं. जबकि हकीकत यह है कि राज्य में डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर विफल है. यह सरकार सिर्फ गाल बजाने पर ही विश्वास करती है. नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार को फिसड्डी राज्य बताने साथ कोरोना महामारी में हुई मौत से ध्यान भटकाने के लिए ही जदयू अब बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की जा रही है.
चाहे बिहार में विकास की बात हो, स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा और रोजगार, कानून व्यवस्था का मामला हो हर मामले में डबल इंजन सरकार पूरी तरह से विफल है. उसी विफलता को छुपाने के लिए ही भाजपा और जदयू एक दूसरे पर दोषारोपण की राजनीति करके बिहार की जनता को भ्रम में रखना चाहती है. उन्होंने कहा कि जबकि यह सभी को पता है कि एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ना तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज कभी दे सकती है.:- एजाज अहमद राजद नेता
जद नेता एजाज अहमद ने कहा कि भाजपा को कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने से पहले उन्हें यह देखना होगा कि वह सत्ता की मलाई में बराबर के भागीदार हैं. आज जब बिहार का नीति आयोग के माध्यम से भद्द पिट गया तो दोनों पार्टियां अपने-अपने एजेंडे के तहत राजनीति करने के लिए सामने आ गई है. अगर नीतीश को लगता है कि बिहार का विकास विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज से ही हो सकता है तो वह भाजपा के साथ गलबहिया करके क्यों राजनीति कर रहे हैं. दोनों दल ऐसे आपदा के समय में भी राजनीति का अवसर तलाश करने में लगी हुई है.
बहरहाल,भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल द्वारा प्रदेश सरकार पर पहले भी कई मुद्दों पर हमले करते रहे हैं. ऐसे में राजद जदयू को आइना दिखाते हुए सहानुभूति भी जता रहा है. आने वाले दिनों में यह कितना असरदायक साबित होगी. यह तो पता नहीं पर इसे राजनीतिक स्टैंड जरूर दिया जा सकता है.