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साल 2020 में खूंटी पुलिस की बड़ी उपलब्धि, 62 नक्सलियों और उग्रवादियों को किया गिरफ्तार

साल 2020 में खूंटी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने एक साल में 62 नक्सलियों और उग्रवादियों को जेल भेजने का काम किया है. इसके साथ ही कई हथियार बरामद किए हैं.
खूंटी: साल 2020 खूंटी पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण और सफलता भरा साल रहा. अपराध और नक्सल गतिविधियों में कमी आई. माओवादी और पीएलएफआई के खिलाफ भी कई बड़ी सफलता मिली. जीतराय मुंडा, मैना मुंडा जैसे माओवादी एरिया कमांडर की गिरफ्तारी हुई. वहीं, पीएलएफआई के रीजनल कमेटी मेंबर और 15 लाख का इनामी जीदन गुड़िया को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. कुछ माह पहले पीएलएफआई के एरिया कमांडर दीत नाग, बिरसा ओडेया जैसे एरिया कमांडर की भी गिरफ्तारी हुई है.
पुलिस के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि की यदि बात करें तो प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के रीजनल कमेटी कमांडर 15 लाख के खूंखार इनामी जीदन गुड़िया को पुलिस ने दिसंबर के आखिरी सप्ताह में ढेर कर दिया. वहीं, भाकपा माओवादी के महिला हार्डकोर नक्सली शांति पूर्ति समेत सोना माही और सनिका चंपिया तीनों को मुठभेड़ में ढेर किया. खूंटी पुलिस के लिए यह उपलब्धि इसलिये भी खास रही कि मात्र 3 मुठभेड़ में पुलिस ने आतंक का पर्याय कहे जाने वाले 4 नक्सलियों को ढेर किया.
पुलिस ने अपनी विशेष रणनीति के तहत चलाये रांची, चाईबासा के जॉइंट ऑपेरशन की मदद से पीएलएफआई और माओवादियों के एरिया कमांडरों की गिरफ्तारी में भी बड़ी सफलता हासिल की. पुलिस ने पांच लाख के इनामी माओवादी जोनल कमांडर जीतराय मुंडा और हार्डकोर नक्सली बिरसा मुंडा उर्फ नैना उर्फ बिरसा बिरहोर को गिरफ्तार कर जेल भेजा. इसके साथ ही प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के दो लाख के इनामी एरिया कमांडर दीत नाग और एक लाख का इनामी हार्डकोर सदस्य लारा तोपनो उर्फ ढुल्लू, एरिया कमांडर मांगू मुंडा और एरिया कमांडर बिरसा मुंडा उर्फ बिरसा ओडेया को धर दबोचा.
पुलिस ने जनवरी 2020 से दिसंबर 2020 तक एक साल में 62 नक्सलियों और उग्रवादियों को जेल भेजने का काम किया, जिसमें से भाकपा माओवादियों के 25 और प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के 37 नक्सली शामिल हैं. वहीं, अलग-अलग इलाकों में चलाए जा रहे अभियान और मुठभेड़ के बाद पुलिस ने एक एके-47 समेत कुल 23 हथियार बरामद किए हैं, जिसमें देसी पिस्तौल, थ्री-नॉट-थ्री राइफल और बंदूक भी शामिल है. पुलिस ने लगातार क्रमबद्ध तरीके से चलाए जा रहे ऑपरेशन और सर्च अभियान के दरमियान 626 गोलियां बरामद की और माओवादियों के विभिन्न इलाकों में लगाए गए 79 आईईडी विस्फोटक समेत कुल 15 बड़े-छोटे वाहन भी बरामद किए.
पुलिस लगातार नक्सली गतिविधियों और उग्रवादी गतिविधियों के साथ-साथ आपराधिक गतिविधियों पर भी अंकुश लगाने का काम करती रही है. 2020 के जनवरी से दिसंबर की बात करें तो खूंटी पुलिस ने अफीम की खेती के खिलाफ भी लगातार बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर बड़ी सफलता प्राप्त की. पूरे साल अवैध अफीम और अवैध गांजा के विरुद्ध चलाए गए अभियान में पुलिस ने 8,297 किलोग्राम अवैध डोडा बरामद किया. वहीं, 87 किलो 900 ग्राम अवैध अफीम भी बरामद किया. इसके साथ ही 674 एकड़ से ज्यादा भूमि में लगाए गए अवैध अफीम को नष्ट किया. एक साल में पुलिस ने हत्या, डकैती, लूट, दुष्कर्म, साइबर क्राइम, एनडीपीएस एक्ट, लॉकडाउन उल्लंघन, आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न आपराधिक मामलों में के तहत 587 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया. इसके साथ ही अपराध नियंत्रण के क्रम में 18 हथियार और 28 गोलियां, 11 बाइक और चार अन्य वाहन भी जब्त किया है.
माओवादी और पीएलएफआई के साथ-साथ अवैध अफीम खूंटी पुलिस के लिए चैलेंज है, लेकिन 2021 में इसके खात्मे की रणनीति के तहत कार्रवाई शुरू होगी. एसपी ने अपने पुराने तकनीकों में नए बदलाव के साथ नए साल में नए तेवर और हौंसलो के साथ जंगलों में दिखेगी. एसपी आशुतोष शेखर ने नक्सलियों को आगाह करते कहा कि मुख्यधारा में लौट आओ नहीं तो जीदन गुड़िया का जो हस्र हुआ है, ऐसा ही होगा. अफीम माफियाओं और अफीम से जुड़े सौदागरों को भी खूंटी छोड़ने की हिदायत दी है. एसपी ने कहा है कि बाहरी राज्यों के तस्करों की अब खैर नहीं.