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साहिबगंज के मासूम के लिए मसीहा बनकर आए सोनू सूद लीवर ट्रांसप्लांट में मदद के लिए बुलाया गुजरात

साहिबगंज के मासूम के लिए मसीहा बनकर आए सोनू सूद लीवर ट्रांसप्लांट में मदद के लिए बुलाया गुजरात

अपने नेक कामों के लिए लोगों के दिलों में राज करने वाले एक्टर सोनू सूद एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार सोनू सूद साहिबगंज के एक बच्चे की मदद के लिए आगे आए हैं. उन्होंने बच्चे के पिता को अपने पास बुलाया है. बच्चे के परिजन सोनू सूद से मिलने के लिए गुजरात निकल पड़े हैं.
साहिबगंज: जिला के तालझारी थाना क्षेत्र में रहने वाले विष्णु कर्मकार को समाजसेवी सह फिल्म एक्टर सोनू सूद का बुलावा आया है. दरअसल, विष्णु कर्मकार के पांच महीने के बेटे को गंभीर बिमारी हो गई है, जिसका इलाज करवा पाना उनके लिए संभव नहीं हो पा रहा है. इसी को लेकर सोनू सूद से मदद की गुहार लगाई गई, जिसके सोनू सूद ने उन्हें गुजरात बुलाया. फिलहाल बच्चे के परिजन उनसे मिलने के लिए गुजरात रवाना हो गए हैं
विष्णु कर्मकार दरभंगा पंचायत के राधा किशनपुर गांव का रहने वाला है, जो पेशे से एक मजदूर है. विष्णु का एक बेटा है शिवराज कर्मकार, जो अभी पांच महीने का है. इतनी छोटी सी उम्र में मासूम का लीवर खराब हो गया है. डॉक्टरों ने कहा है कि उसका लीवर ट्रांसप्लांट करना होगा. जिसमें 20 से 25 लाख रुपए खर्च होंगे. इतनी बड़ी राशि का इंतजाम करना मनरेगा मजदूर विष्णु के लिए असंभव था. तब विष्णु के कुछ शुभचिंतकों ने सही मायने में हीरो के रूप में उभरे सोनू सूद से मदद की गुहार लगाई. जिसके बाद सोनू सूद ने विष्णु कर्मकार को अपने पास बुलाया है
बच्चे का जन्म 9 अगस्त 2022 को उसके ननिहाल गोड्डा जिले के रामगढ़ गांव में हुआ था. जन्म के साथ उसे कई तरह की समस्याएं होने लगी. शुरुआती दौर में पीलिया का अनुमान लगाया गया, जिसे लेकर कुछ दिन इलाज भी चला. इस बीच बच्चे को इलाज के लिए देवघर, दुमका, साहिबगंज, पाकुड़, भागलपुर कई जगह ले जाया गया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. जिसके बाद उसे पटना ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने बताया कि उसका लीवर खराब है, उसे बदलना पड़ेगा और इसमें 20 लाख रुपये से अधिक का खर्च आएगा
कई जगह इतनी बड़ी राशि सुनकर विष्णु कर्मकार और उसकी पत्नी बसंती देवी के पैरों तले जमीन खिसक गई. दोनों रोने बिलखने भी लगे. किसी ने बताया कि रिम्स में मुफ्त इलाज हो सकता है. दंपती बच्चे को लेकर वहां भी पहुंचे, लेकिन वहां भी इलाज नहीं हुआ और बच्चे को दिल्ली एम्स रेफर कर दिया गया. उसके बाद वे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां उनके पीए ने उन्हें रिम्स जाने को कहा और इलाज में सहयोग का भी आश्वासन दिया, लेकिन जब वे फिर से रिम्स पहुंचे तो वहां बताया गया कि डॉक्टर से 30 जनवरी को मुलाकात होगी. इस बीच सोनू सूद से मदद की गुहार लगाई गई, जिसके बाद सोनू सूद ने बच्चे के पिता को फोन कर गुजरात आने को कहा. फिलहाल बच्चे के परिजन सोनू सूद से मिलने के लिए निकल चुके हैं.