झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

रांची में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है

*कोविड-19 बुलेटिन: रांची से मिले 1361 पोजिटिव मामले, पूरे झारखण्ड में 5041 नए पॉजिटिव मामले, राज्य में आज 62 संक्रमितों की मृत्यु, इसके साथ ही झारखण्ड में कुल 177356 पॉजिटिव मामले, 35826 सक्रिय मामले, 139921 ठीक, 1609 मौतें हुई हैं।*

*रांची में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।*

*एस एस पी ने बताया कि लॉकडाउन को लागू कराने के लिए रोड शो किया जा रहा है। इसका मकसद लोगों को जागरूक करना है कि वह अपने घर में ही रहें। बिना किसी कारण बाहर निकलेंगे तो कार्रवाई की जाएगी।*

*शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के साथ सभी प्रखंडो में स्पेशल ड्राईव के माध्यम से किया जा रहा सैम्पल कलेक्ट: उपायुक्त*

उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा सभी प्रखंडो में रैपिड एंटीजेन टेस्ट (RAT) ड्राईव का आयोजन कर लोगों का सैम्पल कलेक्ट किया जा रहा है, ताकि जिले में संक्रमण की स्तिथि और रोकथाम को लेकर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। साथ ही रैपिड एंटीजेन टेस्ट ड्राइव के तहत राज्य सरकार द्वारा देवघर जिलान्तर्गत इस ड्राइव हेतु छह हजार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसके अलावे रैपिड एंटीजेन टेस्ट (RAT) ड्राईव का मुख्य उद्देश्य लोगों को संक्रमण के प्रति सतर्क और सावधान करना है, ताकि लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद आवश्यक सावधानी बरतें हुए कोविड नियमों का अनुपालन करें और अपने परिवार के साथ दूसरों को संक्रमित होने से बचा सकें। कोविड टेस्ट कराते वक्त यह कोई नहीं चाहता कि उसका परिणाम पॉज़ीटिव आए, लेकिन जब आता है तो किसी की भी चिंता बढ़ सकती है। हालांकि, जैसे ही आपको कोविड पॉज़ीटिव का पता चले, तो बेहतर यही है कि आगे क्या करना है इसकी तैयारी कर ली जाए। 80 प्रतिशत मामले हल्के या मध्यम स्तर के हैं, ज़्यादातर मरीज़ों को अस्पताल में भर्ती होने की भी ज़रूरत नहीं पड़ रही है। फिर भी पॉज़ीटिव आना चिंताजनक हो सकता है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि सही समय पर अगर इलाज शुरू हो जाए, तो मामला बिगड़ने से बचा जा सकता है। ऐसे में आपको जैसे ही अपने टेस्ट का रिजल्ट मिल जाए, सबसे पहले डॉक्टर से सलाह करें। क्या दवाएं खानी होंगी, डाइट में क्या बदलाव होंगे और क्या सावधानियां बरतनी होंगी, एक मेडिकल एक्सपर्ट आपकी इन सभी चीज़ों में मदद करेगा। अगर आप पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो इस बारे में अपने डॉक्टर को जानकारी ज़रूर दे दें। याद रखें कि खुद का इलाज कभी नहीं करें।
इसके अलावे उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने जानकारी दी है कि अपने परिवार को इस संक्रमण से बचाने के लिए आपका आइसोलेशन में रहना ज़रूरी है। अगर आपको घर पर आइसोलेट करने की सलाह दी गई है, तो इसके कुछ नियम हैं जो आपको भी फॉलो करने होंगे। खुद को ऐसे कमरे में रखें, जहां आप बाकी परिवार से दूर रह सकें, ध्यान रखें कि कम से कम दो हफ्तों तक परिवार के बाकी सदस्यों के साथ आप बाथरूम से लेकर बर्तन भी शेयर नहीं करें। आपके परिवार के सदस्यों को भी कोविड-19 का टेस्ट कराना होगा। एक घर में जितने लोग रह रहे हैं, उन्हें भी कम से कम एक हफ्तें के लिए मरीज़ के साथ क्वारेंटीन करना होगा।
कोरोना पॉज़ीटिव आने के बाद पहले दो हफ्तों तक अपने लक्षणों पर ध्यान रखना ज़रूरी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि 5-10 दिनों के बीच संक्रमण गंभीर हो जाते हैं। आठवें या नौवें दिन आमतौर पर वह समय होता है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली अतिव्यापी हो जाती है और साइटोकिन तूफान सहित कठोर परिणाम लॉन्च करती है। अगर मरीजों को इस दौरान लक्षणों में कमी नहीं दिखाई देती है, तो अतिरिक्त टेस्ट के आदेश दिए जा सकते हैं।
नया सदर अस्पताल परिसर, पुराना सदर अस्पताल परिसर, बाजल चौक के समीप रेड रोज स्कूल, रंगा मोड़ के समीप। इसके अलावे सभी प्रखंडो में प्रखंड विकास पदाधिकारी की देखरेख में रैपिड एंटीजेन टेस्ट के माध्यम से लोगों का सैम्पल लिया जा रहा हैं।*

*बाबा बैद्यनाथ प्रांगण में श्रद्धालुओं का प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित: उपायुक्त *

*कोरोना वायरस का दूसरा फेज, जो की प्रथम फेज से अधिक घातक एवं जानलेवा है। ऐसे में सभी की स्वास्थ्य सुरक्षा और संक्रमण के रोकथाम, बचाव एवं संभावित प्रसार को रोकने के उद्देश्य से बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पट को श्रद्धालुओं हेतु पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया हैं। इसके अलावे देवघर जिले में स्थित सभी धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की उपस्थिति को प्रतिबंधित करते हुए 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक बन्द रखने का आदेश दिया गया है।
इसके अलावे उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने बाबा मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में प्रतिनियुक्त अधिकारियों और पुलिस बल के जवानों को निर्देशित किया कि बाबा मंदिर का पट बंद होने के बाद आप सभी जिम्मेवारी और जवाबदेही और भी ज्यादा बढ़ गयी है। बाहर से आने वाले देवतुल्य श्रद्धालुओं को मंदिर बंद होने की स्थिति से अवगत कराते हुए ससम्मान उन्हें उनके गंतव्य स्थान की ओर रवाना करें। साथ हीं पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ अपने-अपने प्रतिनियुक्त स्थलों पर एक्टिव रहें, ताकि लोगों के आवागमन को पूर्ण रूप से रोकते हुए कोविड संक्रमण के बढ़ते चैन को कम किया जा सके। वहीं आपदा के दौरान जिला प्रशासन के सहयोग को लेकर उपायुक्त ने पंडा धर्मरक्षणी एवं तृथ पुरोहित समाज का आभार प्रकट किया है।*

*कोरोना के कारण अमरनाथ यात्रा का पंजीकरण अस्थाई रूप से बंद*

*पूरा देश भयंकर रूप से कोरोना की चपेट में है। देश के तमाम उद्योग-धंधों पर इसका असर देखने को मिल रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण अस्थाई रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। श्राइन बोर्ड ने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। हालात में सुधार होने की स्थिति में सेवा को फिर से बहाल किया जाएगा।*

*मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में राज्य के मेडिकल कॉलेजों के निदेशक / सुपरिटेंडेंट और निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विचार विमर्श करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ।*