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प्रशासन के पक्षपातपूर्ण रवैये से क्षुब्ध होकर रामनवमी महोत्सव नहीं करेगी श्री बजरंग अखाड़ा समिति ट्रस्ट, आयोजन स्थान और जुलूस रूट पर है बनावटी विवाद

प्रशासन के पक्षपातपूर्ण रवैये से क्षुब्ध होकर रामनवमी महोत्सव नहीं करेगी श्री बजरंग अखाड़ा समिति ट्रस्ट, आयोजन स्थान और जुलूस रूट पर है बनावटी विवाद

*जब बीते वर्ष का आयोजन रिकॉर्ड अविवादित तो पूजा पर अघोषित रोक क्यों ? : अंकित
* धार्मिक अखाड़े में राजनीतिक लड़ाई शोभा नहीं देती : अंकित

जमशेदपुर जिला प्रशासन एवं टेल्को थाना पर पक्षपात और एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते हुए श्री बजरंग अखाड़ा समिति ट्रस्ट ने श्रीरामनवमी महोत्सव के आयोजन रद्द करने का निर्णय किया है. ट्रस्ट के संस्थापक अंकित आनंद ने इस बाबत लिखित सूचना टेल्को थाना सहित जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को भी प्रेषित कर दिया है. अंकित आनंद ने कहा की एक समूह बीते दो महीनों से मुझे एवं मेरे सहयोगियों को रामनवमी आयोजन से वंचित करने का षड्यंत्र रच रहा था. अंततोगत्वा उनकी मंशा पूर्ति हो रही है. उच्च राजनीतिक दबाव के कारण थाना सही तथ्यों को जानते हुए भी अनभिज्ञ बनी बैठी है. यह प्रेशर पॉलिटिक्स का प्रतिफल है.उन्होंने कहा की विगत त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से ही गणेश सोलंकी एवं उनके समर्थक दुश्मनी निभाने पर आमदा हैं. सिटी एसपी के निर्देश पर टेल्को थाना द्वारा दिनांक 17 मार्च 2023 को जमा की गई जाँच प्रतिवेदन में वर्णित तथ्यों को प्रशासन क्यों उजागर नहीं कर रहा यह सोचनीय है. स्थानीय थाना ने हमें पहले आयोजन स्थान बदलने का मौखिक प्रस्ताव दिया, हमने दबे मन से स्वीकार्य भी किया. लेकिन आयोजन स्थान कहाँ हो इस पर सक्षम विभाग मौन क्यों है. प्रशासनिक शिथिलता के कारण ट्रस्ट के आयोजन संबंधित आग्रहों एवं विवाद संबंधित जाँच को जानबूझकर लटकाया, अटकाया और भटकाया गया. आज गणेश सोलंकी की शिकायत के आधार पर श्री बजरंग अखाड़ा समिति ट्रस्ट के अंकित आनंद एवं अन्य रामभक्तों को एसडीएम कोर्ट ने शांति भंग की कार्रवाई के तहत 107 का नोटिस थमाया है. इससे भड़के अंकित आनंद ने कहा की पहले तो अनुमति देने में जानबूझकर देरी की गई और अब परेशान करने के लिए शांति भंग की कार्रवाई की जा रही है. थाना प्रभारी अच्छे अफ़सर हैं किंतु चंद दलालों एवं चाटुकारों ने उन्हें घेर रखा है. गलत फीडबैक पर अनर्गल कार्रवाई हो रही है. प्रशासन को यदि ऐसा लगता है की अंकित आनंद एवं समर्थक माहौल बिगाड़ देंगे और विधि व्यवस्था प्रभावित होगी, तो बेहतर है की हम पूजा ही ना करें. रविवार शाम टेल्को थाना में आयोजित शांति समिति एवं अखाड़ा समितियों की बैठक से भी अंकित आनंद एवं टीम ने दूरी बनाये रखा. कहा की अब इस विवाद पर सक्षम न्यायालय ही मार्गदर्शन करें तो बेहतर है.