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नए जोश और उमंग के लिए प्रशिक्षण शिविर जरूरी:आजसू

नए जोश और उमंग के लिए प्रशिक्षण शिविर जरूरी:आजसू

जमशेदपुर-आज गोविन्दपुर स्थित पटेल भवन में जमशेदपुर प्रखंड अन्तर्गत 21 पंचायत का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें प्रशिक्षण शिविर के प्रभारी प्रो. रवि शंकर मौर्या केन्द्रीय सचिव हरिश कुमार , पार्टी मुख्यालय सचिव लोबिन महतो प्रशिक्षणकर्ता के रूप म़े उपस्थित हुए।इस प्रशिक्षण शिविर में जमशेदपुर प्रखंड के 21 पंचायत से लगभग 150 सक्रिय कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का आरंभ आजसू पार्टी का झंडोतोलन केन्द्रीय उपाध्यक्ष सपन कुमार सिंहदेव के द्वारा किया गया। तत्पश्चात शहिदों को पुष्प अर्पित किया गया। इस शिविर की अध्यक्षता बुद्धिजीवी मंच के जिलाध्यक्ष ललित सिंह तथा संचालन जिला प्रवक्ता संजय सिंह और ओ बी सी के जिला संयोजक प्रकाश विश्वकर्मा के द्वारा की गयी।प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण शिविर के प्रभारी रवि शंकर मौर्या ने झारखंड आन्दोलन के इतिहास पर प्रकाश डाला साथ ही आजसू की भूमिका पर कार्यकर्ताओं के बीच अपनी बातों को रखी।उन्होने आजसू के स्थापना के उद्देश्य को बताया। तथा वर्तमान शासन व्यवस्था पर सवाल उठाया । उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार झूठी वादों के बुनियाद की सरकार है। धार्मिक और जातिवाद उन्माद फैला कर लोगों का ध्यान चुनावी एजेंडे से दिग्भ्रमित कर रही है। उन्होंने कहा कि आजसू कार्यकर्ताओं को समय के अनुसार अपग्रेड होने की आवश्यकता है जो ऐसे कार्यशालाओं से ही संभव है।जिस तरह पानी के जहाज को चलाने के लिए कप्तान की जरूरत है उसी प्रकार जहाज को दिशा दिखाने के लिए कम्पास की जरूरत पडती है। उसी प्रकार पार्टी में कप्तान रूपी कार्यकर्ता पार्टी को चलाते है और कुशल कम्पास रूपी नेतृत्व पार्टी को सही दिशा देती है। अपने ऊद्देश्य प्राप्ति के लिए तीन सामाग्री की आवश्यता होती है। जो यंत्र, तंत्र और मंत्र है। झारखंड के जल, जंगल और जमीन के असली हकदार को हक दिलाने की बात कही ।
केन्द्रीय कार्यालय मिडिया प्रभारी लोबिन महतो ने अपने वक्तव्य में कहा कि झारखंड आन्दोलन के समय से ही प्रशिक्षण और कार्यशाला का आयोजन आजसू द्वारा पूर्व में भी चलाया गया था। अब नये सिरे से प्रशिक्षण शिविर आयोजित करके पार्टी में आये नये कार्यकर्ताओं के बीच नया जोश और नया उमंग आजसू की सोच नेतृत्वकर्ता को बढावा ही मुख्य उद्देश्य है।
वहीं हरिश कुमार मुख्यालय सचिव ने कहा कि रणनीति और रणकौशल से समर्थको को बढाना है। रणकौशल में कार्यकर्ताओं को साम ,दाम दंड भेद के महत्व को भी जानना होगा। उन्होने नेतृत्वकर्ता के गुणों पर प्रकाश डाला तथा झामुमो को आन्दोलन बेचवा बताया तथा परिवार वाद की पार्टी कही। तथा कहा कि वर्तमान सरकार की स्थानीय और नियोजन नीति स्पस्ट नही है।
पार्टी के केन्द्रीय उपाध्यक्ष सपन कुमार सिंह देव ने कहा कि जब कार्यकर्ता को एक अच्छा श्रोता बनना होगा तभी वह अच्छा नेता बन सकता है। उन्होने पार्टी के अनुशासन पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया।तथा आजसू द्वारा आहूत 1989 में 72 घंटे का झारखंड बन्द के विस्फोटक आन्दोलनों पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि आजसू के आन्दोलन के उपरांत ही केन्द्र सरकार के समक्ष झारखंड आन्दोलन की आवाज की गूंज दिल्ली पहूँची थी। 1993 सांसद रिश्वत कांड पर भी प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण शिविर में श्याम कृष्ण महतो, बन बिहारी महतो, संजय सिंह, फनी भूषण महतो निरंजन महतो, राजेश कर्मकार, संजय मालाकार, अमल महतो, प्रकाश विश्वकर्मा, धरमबीर सिंह, ललित सिंह, राजेन्द्र सिंह , शैलेन्द्र सिहा, मनोज गुप्ता, जगमोहन सिंह, शैलेश कुमार, मंजु राज ,मंजु देवी, मंजीत यादव , सुजीत शर्मा, लक्ष्मण मुंडा, मुकद्दर शर्मा, संतोष सिंह ,सुधीर सिंह , मानच महतो, मुकद्दर शर्मा ,डिटु कुमार, अच्युतानंद पटेल, मंगल टुडू आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।