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महेंद्र गुप्त की जयंती के साथ माताजी आश्रम का आठ दिवसीय रामकृष्ण कथामृत उत्सव धूमधाम से सम्पन्न

महेंद्र गुप्त की जयंती के साथ माताजी आश्रम का आठ दिवसीय रामकृष्ण कथामृत उत्सव धूमधाम से सम्पन्न
महेंद्र गुप्त इस युग का वयासदेव है,, बादल मामा

पोटका -‌ आज  रसुन चोपा गांव में महेंद्र गुप्त की जयंती धूमधाम से मनाई गई।इसी के साथ माताजी आश्रम द्वारा संचालित आठ दिवसीय कथामृत उत्सव का भी समापन हुआ।रासुनचोपा गांव उत्सव का आयोजन संतोष मंडल और बेला रानी मंडल ने किया। संध्या 6.30 बजे ठाकुर,माँ,स्वामीजी और महेंद्र गुप्त की पूजा अर्चना और आरती की गई।उसके बाद शंकर चंद्र गोप ने उपस्थित भक्तजनो को स्वागत करते हुए आठ दिवसीय रामकृष्ण कथामृत उत्सव की आयोजकों को धन्यवाद दिया।सुनील कुमार दे ने महेंद्र गुप्ता की महान जीवनी पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा रामकृष्ण कथामृत महेंद्र गुप्त की 240दिनों की डायरी है।जिस जिस दिन उन्होंने भगवान रामकृष्ण देव के पास गए थे और उनके मुंह से उनकी अमृत वाणी सुने थे उसी का वर्णन है रामकृष्ण कथामृत में।उसके बाद कमल कांति घोष ने रामकृष्ण कथामृत पाठ किया।उन्होंने कहा कि रामकृष्ण कथामृत इस युग का भागवत है जो महेंद्र गुप्त ने लिखा है।महेंद्र गुप्त इस युग के वयासदेव है।अगर महेंद्र गुप्त नहीं होते तो हमें इस महान धार्मिक ग्रंथ रामकृष्ण कथामृत नहीं मिलता।रामकृष्ण कथामृत एक सार्वजनिक धर्म ग्रंथ है जिसमें हर समस्या का समाधान मिलता है।
उसके बाद भक्ति संगीत का आयोजन किया गया जिसमें भास्कर दे, सुनील कुमार दे,शंकर चंद्र गोप,सहदेव मंडल,पतित पावन दास,प्रवीर दास, लोचना मंडल,देसाई सोरेन बादल मामा,तड़ित मंडल,मुकुल मंडल और माताजी आश्रम के भक्त महिलाओं ने भाग लिया।उसके बाद मां शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद की जीवनी और वाणी पाठ की गई। उसके बाद हरगौरी महतो,संतोष मंडल और सुजाता मरल ने अपना अपना महत्वपूर्ण विचार रखे।
अनुष्ठान के अंत में हरिनाम संकीर्तन और हरि लूट किया गया। धन्यवाद ज्ञापन भवतारण मंडल ने किया तथा अनुष्ठान का संचालन सुनील कुमार दे ने किया।इस अवसर पर मोहितोष मंडल,कृष्ण पद मंडल,राजकुमार साहू, तपन मंडल,अमल बिस्वास,नारायण चटर्जी,तरुण मंडल,तरुण दे, सुधांशु मिश्र,स्वपन मंडल,संजय साहू,भानु राणा,अंजलि मंडल,सुबोध मंडल,अमित मंडल,सावित्री गोप,मंजुश्री सरकार,झरना साहू,तपन कुमार मंडल,स्वपन दे,काजल मंडल,बुलु रानी मंडल,बेला रानी मंडल,बिमल मंडल,बन्दना मंडल,झरना साहू,असित मंडल के अलावे जमशेदपुर और विभिन्न गांव के काफी संख्या में भक्त और महिलायें उपस्थित थे।