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मधुपुर का रण: झामुमो और भाजपा के बीच होगा सीधा मुकाबला

मधुपुर का रण: झामुमो और भाजपा के बीच होगा सीधा मुकाबला

देवघर के मधुपुर सीट पर विधानसभा उपचुनाव का ऐलान हो गया है.17 अप्रैल को इस सीट पर वोटिंग होगी और दो मई को रिजल्ट आएगा. झामुमो की तरफ से सात बार विधायक रहे हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल अंसारी का नाम पहले ही फाइनल हो चुका है. भाजपा में तीन नामों पर मंथन चल रहा है जिसमें राज पालिवार का नाम सबसे आगे है.
रांची:मधुपुर विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सभी पार्टियां तैयारी में जुट गई है.हालांकि मुख्य मुकाबला भाजपा और झामुमो के बीच है. झामुमो की तरफ से पूर्व मंत्री और सात बार विधायक रहे हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल अंसारी का नाम पहले ही फाइनल हो चुका है. हाजी हुसैन अंसारी की पिछले साल कोरोना से मौत हो गई थी. भाजपा में तीन नामों पर चर्चा चल रही है. इसमें पूर्व मंत्री राज पालिवार, गंगा नारायण सिंह और विशाखा सिंह का नाम शामिल है.
सूत्रों का कहना है कि इसमें राज पालिवार सबसे आगे चल रहे हैं. अगर भाजपा उन्हें टिकट नहीं देती है तो गंगा नारायण सिंह के नाम पर मुहर लग सकती है. गंगा नारायण सिंह ने पिछला विधानसभा चुनाव आजसू के टिकट पर लड़ा था और उन्हें 45 हजार से ज्यादा वोट मिले थे.वहीं विशाखा सिंह ने मधुपुर सीट से तीन बार चुनाव लड़ा है लेकिन एक बार भी वह नहीं जीत सकी हैं.सूत्र यह भी बताते हैं कि भाजपा राज पालिवार का विकल्प तलाश रही है.हालांकि अगले एक-दो दिनों के अंदर यह साफ हो जाएगा.
पिछले चार विधानसभा चुनाव की अगर बात करें तो तीन बार राज पालिवार और हाजी हुसैन अंसारी के बीच सीधी टक्कर हुई थी. इसमें 2019 हाजी हुसैन अंसारी की जीत हुई थी. 2005 और 2014 में भाजपा के राज पालिवार इस सीट से चुनाव जीते थे. 2009 में हुसैन अंसारी ने झारखंड विकास मोर्चा के शिव दत्त शर्मा को हराया था.
2019 में हुए विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़े हाजी हुसैन अंसारी ने भाजपा के राज पालिवार को 23 हजार वोटों से हराया था. हाजी हुसैन को 88,115 और राज पालिवार को 65,046 वोट मिले थे. आजसू के टिकट पर चुनाव लड़े गंगा नारायण को 45,620 वोट मिले थे और वह तीसरे नंबर पर रहे थे.
2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े राज पालिवार को 74,325 वोट मिले थे और उन्होंने झामुमो प्रत्याशी हाजी हुसैन अंसारी को करीब 7 हजार वोटों से हराया था. झाविमो के सहीम खान 25 हजार वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे.
2009 में झामुमो के हाजी हुसैन अंसारी को 47 हजार वोट मिले थे और उन्होंने झाविमो प्रत्याशी शिव दत्त शर्मा को 20 हजार वोटों से हराया था.भाजपा के अभिषेक आनंद झा 26 हजार वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे.
2005 में भाजपा के राज पालिवार इस सीट से चुनाव जीते थे. तब उन्हें 48 हजार वोट मिले थे और उन्होंने हाजी हुसैन अंसारी को छह हजार वोटों से हराया था. बसपा उम्मीदवार सहीम खान तीसरे नंबर पर रहे थे.
मधुपुर विधानसभा सीट पर सत्रह अप्रैल को मतदान होना और दो मई को रिजल्ट घोषित होगा.इस बार मतदाताओं की कुल संख्या 3,21,293 है. इसमें 1,50,046 महिला और 1,68,143 पुरुष हैं. 487 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.
मधुपुर विधानसभा क्षेत्र में सड़कों की स्थिति अच्छी नहीं है. बिजली और पावर कट की समस्या से लोग परेशान हैं. पानी निकास की भी कोई व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा पीने के पानी की भी समस्या है. इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी मधुपुर में कोई खास काम अब तक नहीं हुआ है. कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि यहां से चुने जाने वाले विधायक के सामने क्षेत्र के विकास को लेकर बड़ी चुनौती होगी.