जमशेदपुर। मैथिली के वरिष्ठ साहित्यकार पंचानन मिश्र के निधन होने से मैथिल समाज मर्माहत हैं। श्री मिश्र झारखंड सरकार में श्रम अधीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने अपनी सेवा क्रम में चाईबासा, गुमला ,रांची, हजारीबाग, झुमरी तिलैया में रहकर मैथिली साहित्य के विकास में निरंतर लगे रहे। सेवानिवृत्ति के बाद वे अपने पैतृक आवास दरभंगा चले गए थे, वहीं पिछले दिनों उनकी तबीयत खराब होने पर डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था जहां उनका आज निधन हो गया।
श्री मिश्र के निधन से जमशेदपुर के मैथिली भाषियों एवं साहित्य प्रेमियों में शोक का लहर व्याप्त है। एबीएम कॉलेज के मैथिली विभागाध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि मैथिली में उनकी 22 पुस्तकें प्रकाशित हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि जमशेदपुर में आयोजित कई संगोष्ठी में वे अपना शोधपत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। उनके निधन से मैथिल समाज मर्माहत हैं। साहित्य अकादमी में मैथिली प्रतिनिधि व कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉ अशोक अविचल ने बताया की श्री मिश्र के निधन से मैथिली साहित्य की अपूरणीय क्षति हुई है। नगर के मैथिली संस्थाओं में मिथिला सांस्कृतिक परिषद, अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद, ललित नारायण मिश्र सास्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण समिति, परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी समिति द्वारा भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी जा रही है ।
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