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मैथिली के कवि रविद्रनाथ ठाकुर का निधन

मैथिली के कवि रविद्रनाथ ठाकुर का निधन

नई दिल्ली। मैथिली के लोकप्रिय गीतकार और कवि रविद्रनाथ ठाकुर का बुधवार को 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पिछले दो वर्षों से कैंसर से जूझ रहे रविद्रनाथ ठाकुर का नोएडा के सेक्टर-34 स्थित मानस अस्पताल में इलाज चल रहा था। मैथिली गीतकार के निधन की सूचना पर उनके अंतिम दर्शन को बड़ी संख्या में लोग उनके सेक्टर-46 स्थित घर पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त की।
बिहार के पूर्णिया निवासी मैथिली गीतकार रविद्रनाथ ठाकुर नोएडा में पिछले तीन वर्षों से अपने बड़े पुत्र अवनींद्र ठाकुर के साथ रह रहे थे। वर्ष 2020 में कैंसर का पता चलने के बाद से उनका मानस स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा था। करीब एक सप्ताह पहले सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें अस्पताल लाया गया था, जहां बुधवार दोपहर करीब तीन बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। अस्पताल के डा.नमन शर्मा ने बताया कि कैंसर की बीमारी से निधन के बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया है। निधन के बाद उनके शरीर को नोएडा स्थित घर ले जाया गया, जहां अखिल भारतीय मिथिला संघ के महासचिव विद्यानंद ठाकुर सहित बड़ी संख्या में लोग शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे। उनका अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार दोपहर बारह बजे हरिद्वार में होगा।
रविंद्रनाथ ठाकुर ठाकुर के निधन पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि रवींद्र नाथ ठाकुर अपने मंचीय गायन के लिए मैथिली भाषियों के बीच काफी लोकप्रिय थे। उन्होंने मैथिली में अनेक पुस्तकों की रचना की। उनके निधन से साहित्य विशेषकर मैथिली साहित्य को अपूरणीय क्षति हुई है।