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खाता हैक कर ऑनलाइन मोबाइल खरीदने वाला साइबर गिरोह धराया सरगना देवघर का

खाता हैक कर ऑनलाइन मोबाइल खरीदने वाला साइबर गिरोह धराया सरगना देवघर का

मध्य प्रदेश पुलिस ने झारखंड की राजधानी रांची सहित तीन शहरों में छापेमारी कर चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह सबसे पहले ऑनलाइन कमर्शियल कंपनियों से मोबाईल की बुकिंग किया करता था. उसके बाद अपने शिकार की तलाश करता था.
रांचीः मध्य प्रदेश पुलिस ने झारखंड की राजधानी रांची सहित तीन शहरों में छापेमारी कर चार साइबर अपराधियों को धर दबोचा है. इनमें से दो की गिरफ्तारी देवघर और जमशेदपुर से हुई है. जबकि अन्य दो की गिरफ्तारी रांची से की गई. अब तक इस मामले में कुल छह गिरफ्तारियां हुई हैं. जिनमें से चार झारखंड से और दो मध्य प्रदेश से है
साइबर अपराधियों का एक शातिर गिरोह बड़े ही शातिराना अंदाज में लोगों के खातों से पैसे गायब कर रहा था. यह गिरोह सबसे पहले ऑनलाइन कमर्शियल कंपनियों से मोबाईल की बुकिंग करता था. उसके बाद अपने शिकार की तलाश में लग जाता. मोबाईल की बुकिंग करने के बाद साइबर अपराधी किसी व्यक्ति को फोन करके बताते हैं कि उनका बैंक अकाउंट बंद होने वाला है, इसलिए वह जल्द से जल्द उनके मोबाईल नंबर पर जो ओटीपी गया है उसे शेयर करें, जिससे उनका बैंक खाता अपडेट किया जा सके. साइबर अपराधियों की जाल में फंस कर जो लोग अपना ओटीपी उन्हें शेयर करते हैं उसी ओटीपी के जरिए साइबर अपराधी ऑनलाइन शॉपिंग कर महंगे मोबाईल खरीद कर खातों से रुपया गायब कर देते हैं. पीड़ित के मोबाईल में मैसेज आता कि ऑनलाइन कंपनी की ओर से उन्होंने मोबाईल खरीदा है और उसके एवज में उनके पैसे काटे गए हैं.
एमपी से लेकर झारखंड तक फैला गिरोह
मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के बालाघाट थाना में इस तरह की ठगी के संबंध में कई एफआईआर दर्ज हुए. जिसके बाद बालाघाट पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश के रहने वाले मनोज राणा और हुकम सिंह बिसेन को गिरफ्तार किया. दोनों के पास से भारी मात्रा में नए मोबाईल सेट बरामद किए गए
बालाघाट पुलिस ने जब दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो यह पता चला कि इस गिरोह में कुल छह सदस्य हैं. जिनमें से चार लोग झारखंड के रहने वाले हैं. पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड झारखंड के देवघर का रहने वाला संतोष महतो है, वह गिरोह का सरगना है. जिसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए झारखंड पुलिस से संपर्क साधा.
जांच के क्रम में यह बात सामने आई कि गिरोह का सरगना संजय महतो देवघर में छुपा हुआ है. गिरोह के तीन बाकी सदस्य रांची और जमशेदपुर में रहते हैं. मामले की तफ्तीश में सबसे पहले मध्य प्रदेश पुलिस की टीम रांची के अरगोड़ा थाना पहुंची. जहां अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार के सहयोग से सुशांत और प्रभात को धर दबोचा. दोनों से पूछताछ करने के बाद देवघर से संजय महतो और जमशेदपुर से विकास को गिरफ्तार किया गया.