झारखण्ड वाणी

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झारखंड राज्य आंदोलन के आंदोलनकारियों के सुर्खियों में रहे नायकों में एक जमशेदपुर सीतारामडेरा निवासी स्वर्गीय शोभा सामंत का नाम बड़े आदर और सम्मान के साथ लिया जाता रहेगा

झारखंड राज्य आंदोलन के आंदोलनकारियों के सुर्खियों में रहे नायकों में एक जमशेदपुर सीतारामडेरा निवासी स्वर्गीय शोभा सामंत का नाम बड़े आदर और सम्मान के साथ लिया जाता रहेगा। झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में उनकी भूमिका जुझारू नेता के रूप में रही, उनका राजनीतिक जीवन आजसू से प्रारंभ हुआ जहां उन्होंने बढ़-चढ़कर आंदोलन में भाग लिया इसके बाद वे झारखंड मुक्ति मोर्चा में पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलनरत रहे ।इसके उपरांत झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ काम करने का सौभाग्य मिला ।उन्होंने कई जिम्मेवारी पूर्ण दायित्वों का निर्वाह किया। वे एग्रीको मॉर्निंग वॉकर संघ के सलाहकार रहे , भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मुंडा समाज के अध्यक्ष रहे इसके अलावा कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए जनसेवा एवं समाज सेवा किया ।बहुमुखी प्रतिभा के धनी स्वर्गीय शोभा सामंत अपने कार्यों के लिए हमेशा याद किए जाते रहेंगे। बीते वर्ष आज के दिन ही उनका असमय निधन हो गया था। स्वर्गीय शोभा सामंत के पहली पुण्यतिथि की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन आज एग्रिको मॉर्निंग वॉकर संघ के तत्वाधान में एग्रिको चौक स्थित विश्वनाथ चाय दुकान के पास आयोजित हुआ। आयोजित श्रद्धांजलि सभा में काफी संख्या में उनके परिजन एवं उनके सहयोगी मित्रों , उनके चाहने वालों ने एकत्रित होकर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नम आंखों से श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं के द्वारा उनके द्वारा किए गए अच्छी कार्यों एवं उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला गया। मौके पर उनके अनन्य मित्रों और सहयोगीयों,जिनमें मुख्य रुप से समाजसेवी गणेश राव,जिला युवा मुखी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष शंभू मुखी डूंगरी, बुधराम बीरूली, आर प्रभाकर राव (पूरी), संजय चौधरी, मनोज नाग, रंजीत सिंह, आर प्रसाद, राजू ओझा प्रेम यादव , अनिल तिवारी , अधिवक्ता राजू चंद्रा उर्फ लालटू दा, विश्वनाथ तंतुबाई , जगन्नाथ बेहरा, छोटेलाल मुखी , सोनाराम बोदरा , ठाकुर सिंह कालूंडिया, जटाशंकर पांडे, काजू शांडिल, नंदलाल पातर, राकेश उरांव, मुन्ना, बुद्धू खलखो , बाबू कालिंदी, बुधन विरोली, मुन्ना गोप , शुभ्रांशु घोष ,सुधीर कुमार शर्मा, जीतू पटेल, शिबू दा, राजू ओझा मुख्य रूप से उपस्थित थे और कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।