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झारखंड में विधवा और अकेली महिलाओं के साथ अब नहीं होगा अन्याय, झालसा ने शुरू किया ‘शक्ति’ कार्यक्रम

झारखंड की विधवा और अकेले रह रही महिलाओं पर हो रहे अत्याचार अब नहीं होंगे. इन महिलाओं को न्याय और सरकारी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए झालसा ने शक्ति नामक कार्यक्रम की शुरुआत की है.
रांची: राज्य की विधवा और अकेले रह रही महिलाओं पर हो रहे अत्याचार अब नहीं होंगे. उन्हें हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा. इसको लेकर झालसा ने शक्ति नामक कार्यक्रम की शुरुआत की है. इस कार्यक्रम के तहत राज्य के विधवा और अकेले रह रही महिलाओं को चिन्हित कर उन्हें सभी तरह की सरकारी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश और नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी के निर्देश पर झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के सौजन्य से शक्ति नामक कार्यक्रम शुरू की गई है. महिलाओं को चिन्हित करने के लिए कमिटी का गठन किया गया है. कमिटी की ओर से चिन्हित किए गए महिलाओं को सभी तरह की सुविधाएं और उनके ऊपर हो रहे अन्याय को रोकने के उपाय किए जाएंगे.
झालसा के सदस्य सचिव मोहम्मद शाकिर ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका की सुनवाई के दौरान दिए गए आदेश के तहत और नालसा के निर्देश पर झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश चंद्र मिश्रा ने राज्य में चेतना नामक कार्यक्रम की शुरुआत करने का आदेश दिया, इस कार्यक्रम के तहत राज्य के विधवा और अकेली महिलाएं, जिन्हें लोग घर से निकाल देते हैं, उन महिलाओं को झालसा के ओर से गठित की गई टीम और पीएलबी के ओर से चिन्हित कर उन्हें सभी तरह की सरकारी सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा.