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झारखंड में रामनवमी को लेकर जारी गाइडलाइन को सांसद जयंत सिन्हा ने बताया बेतुका कहा- धर्म को लगेगा चोट

झारखंड में रामनवमी को लेकर जारी गाइडलाइन को सांसद जयंत सिन्हा ने बताया बेतुका कहा- धर्म को लगेगा चोट

हजारीबाग में रामनवमी जुलूस की अनुमति मिलने के बाद जुलूस के समय में बदलाव की मांग भी जोर शोर से की जा रही है. हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने झारखंड सरकार से रामनवमी को लेकर जारी गाइडलाइन को बेतुका बताते हुए अपने आदेश पर विचार करने की मांग की है.
हजारीबाग: जिला में रामनवमी जुलूस के समय परिवर्तन की मांग राजनीतिक दल से लेकर विभिन्न संगठन की ओर से किया जा रहा है. सरकार ने आदेश निर्गत किया है कि शाम के 6:00 बजे जुलूस समाप्त कर देना है. जुलूस में 100 लोग ही शामिल हो सकते हैं. ऐसे में हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने सरकार की इस आदेश को तर्कहीन बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि धर्म को इससे चोट लगेगा.
देश के सर्वश्रेष्ठ सांसद के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने सरकार से रामनवमी जुलूस के समय में बदलने की मांग की है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह अपने आदेश पर फिर से विचार करें. साथ ही सरकार के आदेश को तर्कहीन बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे धर्म को चोट लगेगा. इसलिए सरकार अपने आदेश पर फिर से विचार कर समय बदले. सांसद जयंत सिन्हा का कहना है कि हजारीबाग की रामनवमी पूरे राज्य भर में विख्यात है. पिछले दो सालों से कोरोना के कारण रामनवमी जुलूस पर रोक लगी थी, लेकिन अब स्थिति सामान्य हो रही है. इस कारण सरकार आदेश पर फिर से विचार करे और अपने आदेश में संशोधन लाए. ऐसे में झारखंड सरकार के ऊपर विभिन्न राजनीतिक संगठन के साथ साथ राजनेता और जनप्रतिनिधियों का दबाव रामनवमी जुलूस को लेकर बनता दिख रहा है. अब देखने वाली बात होगी सरकार क्या कदम उठाती है.