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हादसे को अक्सर दावत देता है गिरिडीह का यह इलाका पिछले छह महीने में पन्द्रह मौत का बना गवाह

हादसे को अक्सर दावत देता है गिरिडीह का यह इलाका पिछले छह महीने में पन्द्रह मौत का बना गवाह

गिरिडीह में दस अप्रैल को बगोदर के जीटी रोड बीस माइल में हुुए सड़क हादसे में चार की मौत हो गई. पिछले छह महीनों में डेढ़ दर्जन लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवा चुके हैं. यानि औसतन हर महीने तीन लोगों की मौत बगोदर थाना क्षेत्र में हुई है.
गिरिडीह: बगोदर में जीटी रोड बीस माइल में दस अप्रैल को दर्दनाक सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई. इस हादसे ने एक बार फिर पुराने जख्मों को ताजा कर दिया है. इस इलाके में पिछले छह महीनों में करीब डेढ़ दर्जन लोगों की सड़क हादसे में मौत हो चुकी है.
मौत की सड़क
27 अक्तूबर- बगोदर बाजार में अज्ञात गाड़ी के चपेट में आने से प्रिया कुमारी की मौत
10 नवंबर- बगोदर के गंधोनिया के पास पुलिया निर्माण के लिए खोदकर छोड़े गए गड्ढे में गिरने से युवक की मौत
29 नवंबर- झरी पुल के पास आईआरबी जवान सुनील कुमार मेहता की मौत
3 दिसंबर- बंबईया मोड के पास बगोदर के हरिजन टोला के राजू सिंह की मौत
14 दिसंबर- दोंदलो के पास स्कॉरपियो की चपेट में आने से राहगीर की मौत
18 दिसंबर- अंबाडीह मोड के पास बाइक सवार की मौत
2 जनवरी-बगोदर-सरिया रोड के विवेकनगर के पास बाइक सवार की मौत
9 फरवरी- बुलेट की चपेट में आने से रोड क्रास कर रहे दंपति की मौत
17 मार्च- कनक होटल के पास हादसे में बाइक सवार सुरेश देव शर्मा की मौत
25 मार्च- तिरला मोड़ के पास बाइक सवार महिला की मौत, पति और बेटा घायल
28 मार्च-लच्छीबागी में कंटेनर ड्राइवर बरकठ्ठा थाना के विजय यादव की मौत
इन जगहों पर होती है ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं
बगोदर थाना क्षेत्र में कुछ ऐसे भी स्थान हैं, जहां ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. इन इलाकों में होने वाले हादसे ज्यादातर जीटी रोड पर रोड क्रॉस करने के दौरान होते हैं. सरिया रोड पर बाइक के पेड़ से टकराने पर भी मौत के कई मामले सामने आए हैं. बता दें कि अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं बगोदर चौराहा, नेहरू चौक, लक्षीबागी, अटका चौक, औंरा, तिरला मोड़, झरी पुल, मंझलाडीह, माहुरी मोड़, गैड़ा, टोल प्लाजा, दोंदलो, 20 माइल, अंबाडीह मोड़ आदि जगहों पर होती हैं.
पांच साल पहले यानि 14 फरवरी 2016 को बगोदर थाना क्षेत्र के जीटी रोड गैड़ा- संतुरपी में सरस्वती प्रतिमा विसर्जन को लेकर निकाले गए जुलूस को एक कंटेनर ने कुचल दिया था. इससे एक साथ 12 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि आधे दर्जन लोग घायल हो गए थे. मरने वालों में स्कूल जाने वाले बच्चे भी शामिल थे. इस संबंध में थाना प्रभारी सरोज सिंह चौधरी का कहना है कि एक तो जीटी रोड सिक्स लेन का कार्य निर्माणाधीन है, दूसरी तरफ वाहन चालकों की ओर से ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं किया जाना भी सड़क दुर्घटना का दूसरा कारण है. उन्होंने कहा है कि रोड निर्माण कार्य करा रही डीबीएल कंपनी को इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस पहल करेगी.