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गोड्डा में कोरोना की बेकाबू रफ्तार ऑक्सीजन की व्यवस्था के बजाय अर्थी बनाने में जुटा प्रशासन

गोड्डा में कोरोना की बेकाबू रफ्तार ऑक्सीजन की व्यवस्था के बजाय अर्थी बनाने में जुटा प्रशासन

गोड्डा में कोरोना तेजी से फैल रहा है. संक्रमितों की मौत के आंकड़े को देखते हुए दाह संस्कार में परेशानी नहीं हो, इसको लेकर जिला प्रशासन अर्थी बनवाने में जुटा है. जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला मुख्यालय स्थित हटिया परिसर में 200 अर्थी बनाई जा रही हैं. वहीं, निर्माणाधीन अर्थी देख लोग सहमे दिख रहे हैं.
गोड्डाः कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कहर बनकर आई है. प्रत्येक दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत की संख्या बढ़ रही है. जिले में हर दिन कोरोना से मौत हो रही है लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कराने की बजाय जिला प्रशासन अर्थी बनवा रहा है जो कि बड़ी बिडंबना है. संक्रमित मरीज की मौत के बाद दाह संस्कार करने में परेशानी नहीं हो, इसको लेकर जिला प्रशासन अर्थी बनवाने में जुटा है. जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला मुख्यालय स्थित हटिया परिसर में 200 अर्थी बनाई जा रही हैं.
बिडम्बना ही कहेंगे कि मौत होने के बाद अर्थी बनाई जाती है, लेकिन जिले में किसी की मौत से पहले अंतिम यात्रा की अंदेशे में अर्थी बनाई जा रही है. इससे साफ है कि जिले में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो चुका है.
गोड्डा हटिया परिसर में सैकड़ों की संख्या में अर्थी बनाई जा रही हैं. इसको लेकर दिन-रात मोहली परिवार के लोग काम कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर परिषद की ओर से बनवाई जा रहीं इन अर्थियों को प्रखंडों में भेजा जाएगा, वहीं बड़ी संख्या में अर्थी देख आसपास के लोग डरे और सहमे दिखने लगे हैं.
स्थानीय लोग कहते है कि कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार और प्रशासन ने कोई तैयारी नहीं की. इससे जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. सिर्फ ऑक्सीजन की कमी से तीन कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है.