झारखण्ड वाणी

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गांव वालों ने बीडीओ और पुलिसकर्मियों पर किया पथराव तीन हिरासत में

गांव वालों ने बीडीओ और पुलिसकर्मियों पर किया पथराव तीन हिरासत में

गढ़वा–झारखंड के गढ़वा जिले मझिआंव प्रखंड के बरडीहा थाना क्षेत्र के सलगा गांव में विवादित भूमि पर लगे गेहूं को आज दोपहर कटवाने पहुंचे बीडीओ सह सीओ नंदजी राम और पुलिस कर्मियों का ग्रामीणों के साथ नोकझोंक हुई इस दौरान आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने प्रशासन के साथ झड़प होने पर अचानक से पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया इसमें कुछ पुलिसकर्मी को चोट लगने की बात कही जा रही है बाद में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके से तीन लोगों को हिरासत में लेकर थाना ले आई है इसके बाद मामला शांत हुआ पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों में राममूरत यादव, उसकी पत्नी और कृष्णा यादव का नाम शामिल हैं जानकारी के अनुसार सुरेंद्र यादव एवं कृष्णा यादव वगैरह के बीच एक एकड़ जमीन को लेकर पिछले कई वर्षों से विवाद चल रहा था कई बार इसकी पंचायती भी की गई लेकिन विवाद सुलझा नहीं जिसको लेकर प्रथम पक्ष के सुरेंद्र यादव द्वारा एसडीओ को आवेदन दिया था उक्त आवेदन के आलोक में अंचलाधिकारी नंदजी राम को जमीन का मामला निपटाने को कहा गया। उक्त विवादित जमीन के बंटवारे के साथ जब उसकी मापी की गई तो उक्त जमीन के समीप चार एकड़ जमीन सरकारी जमीन चिह्नित की गई तथा आठ महीना पूर्व ही उक्त जमीन पर धारा 144 लगा दी गई थी इसके बावजूद कृष्णा यादव, राम मूरत यादव आदि ने उस जमीन पर धान की फसल उगाई तथा फसल भी काटी गई उस समय जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं गया दूसरी बार जब उक्त लोगों द्वारा गेहूं की फसल लगा दी गई तो प्रशासन की नींद टूटी जमीन पर लगी गेहूं की फसल को कटवाने बीडीओ सह सीओ नंदजी राम, मझिआंव और बरडीहा थाना पुलिस बल एवं महिला पुलिस के साथ पहुंचे जैसे ही गेहूं काटना शुरू किया गया बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिला वहां पहुंचे तथा इसका विरोध करना शुरू कर दिया साथ ही आक्रोशित होकर पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के बीच हल्की झड़प भी हुई मामले को बढ़ता देख पुलिस द्वारा विरोध कर रहे लोगों पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया साथ ही तीन लोगों को हिरासत में लेकर थाना ले जाया गया उक्त घटना के बाद गेहूं काटने का काम रोक दिया गया है*

*बेसहारा बच्चों की आखों में सतरंगी सपने संजो रही सरकार

रांची-प्रकाश और लालमणि (बदला हुआ नाम) इनकी आखों में अब इन्द्रधनुषी सपने सज रहें हैं।  प्रकाश पढ़ाई के साथ-साथ अच्छा डांस भी करता है। लालमणि पढ़ाई कर अधिकारी बनना चाहती है।कहती है जो मेरे साथ गुजरा वह किसी अन्य के साथ नहीं गुजरे। कौन है प्रकाश और लालमणि? राजधानी रांची की सड़कों पर अक्सर भीख मांगते, खिलौना बेचते, कचरा चुनते या  फुटपाथों पर रात गुजारते बच्चे नजर आते हैं। या तो ये बेसहारा हैं या इनके अभिभावक नशे के आदि होते हैं। उनमें से ही ये दो नाम हैं, जिन्हें सरकार का सहयोग मिला और इनकी जिन्दगी संवरने लगी। ऐसे सभी बच्चों को बेहतर जिन्दगी देने के लिये राज्य सरकार ने रेनबो होम्स नामक संस्था के साथ एमओयू किया है, जो बेसहारा बच्चों के लिए काम करता है। सरकार के सहयोग से रेनबो होम्स ने रांची में दो शेल्टर होम शुरू किए है। एक लड़कियों के लिए और एक लड़कों के लिए। जहां लालमणि और प्रकाश जैसे बच्चों को बेहतर जीवन प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
प्रकाश एक प्रतिभाशाली छात्र था। पर गलत संगत की वजह से उसे नशीली दवाओं की लत लग गई। इन दवाओं से उसकी जिंदगी खराब हो गई थी। वह नशीली दवाओं को लेने के लिए इधर-उधर भटकता रहता था। नशे के सेवन के बाद फुटपाथ पर ही सो जाता था। जब प्रशासन को प्रकाश के बारे में जानकारी मिली तो उसकी मदद के लिए प्रयास शुरू किए गए। रेनबो के सदस्यों की सहायता से प्रकाश को बरियातू स्थित रेनबो लाया गया। उसके शरीर की जांच कराई गई। जांच में प्रकाश के शरीर का वजन कम होने के अतिरिक्त अन्य गतिविधियां सामान्य थीं। उसके अतीत को जानने पर पता चला कि उसका पिता नशे के आदी हैं। वे अपने परिवार की देखभाल नहीं कर सकते। ऐसे में प्रकाश भी नशे की चपेट में आ गया।प्रकाश को इस दलदल से निकलने में रेनबो उसका साथी बना। अब प्रकाश रेनबो होम को ही अपना घर मनाता है। जबकि लालमणि रांची के पहाड़ी मंदिर के सामने भीख मांगती थी। रेनबो होम्स की लीड मैनेजर चंपा ने बताया कि लालमणि के पिता हर शाम उससे ड्रग्स खरीदने के लिए सारे पैसे छीन लेते थे। लालमणि को रेनबो होम लाया गया। जहां लालमणि सरकार के सहयोग से अधिकारी बनने के लिये सभी जतन कर रही है।
सरकार ने इन बच्चों को इस तेज गति वाली दुनिया का सामना करने के लिए उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में जुटी है। इनके लिए पौष्टिक फूड चार्ट तैयार किए जाते हैं। भोजन की उपलब्धता के साथ-साथ हर बच्चे की स्वच्छता की भी देखभाल की जाती है। हर त्योहार के लिए कार्यक्रम आयोजित होते हैं। नृत्य प्रतियोगिता, पेंटिंग या गायन गतिविधियों में बच्चे भाग लेते हैं। इससे उनके आत्मविश्वास क्षमता में सुधार करने में मदद मिलती है। ऐसे केंद्रों के संचालन के लिए सरकार ने फंड मुहैया कराया है। रेनबो होम्स को बिजली और पानी की आपूर्ति,  वॉशरूम जैसी सभी बुनियादी सुविधाओं से पूर्ण किया गया है। ड्रॉप आउट बच्चों को राज्य सरकार द्वारा संचालित ब्रिज कोर्स योजना की सुविधा मिल रही है।
मार्च 2020 के दौरान जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया गया तो रांची जिला प्रशासन ने रेनबो होम्स को आवश्यक खाद्य आपूर्ति के साथ ही साथ चॉकलेट, नूडल्स पैकेट, बिस्कुट इत्यादि उपलब्ध कराए। हाल ही में मिशन वन मिलियन स्माइल की एक पहल के तहत, जिला प्रशासन ने दोनों रेनबो होम्स के बच्चों के बीच मोजे, कंबल, टोपियां जैसे गर्म कपड़े वितरित किए । लड़कियों के बीच मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए केंद्र में सैनिटरी नैपकिन भी प्रदान किए गए।
इस तरह आखों में कई सपने लिए सड़कों पर घूमते ऐसे बच्चों के लिये सरकार की यह योजना सही मायने में बच्चों को इन्द्रधनुषी सपने संजोने और उसे पूरा करने के लिए आत्म विश्वास का संचार कर रही है।*

*मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लेकर माता-पिता का संबल बनी गंगा मनी मल्लिक

कहते हैं कि जब कोई बड़ा कार्य किसी घर में हो रहा हो तो छोटा से छोटा सहयोग भी मायने रखता है । भारतीय परिवार में शादी-विवाह का कार्य दान-दहेज के चलते इसी बड़े कार्य की श्रेणी में आ जाता है, विशेषकर कन्यापक्ष के घर में यह कहानी चाकुलिया प्रखंड की गंगा मनी मल्लिक की है । लॉक डाउन में जब इनके परिवार को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा तो इनकी शादी जो एक आदर्श विवाह थी(बिना दहेज के) उसे भी संपन्न कराने में इनके परिवार को दिक्कतें आ रही थी वर पक्ष वालों ने दहेज तो नहीं लिया लेकिन इस मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी की शादी में जब अन्य आर्थिक जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही थी तो मुख्यमंत्री कन्यादान योजना इनके लिए वरदान साबित हुआ
सेविका दीदी से मिली मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की जानकारी योजना का लाभ लेते हुए परिवार को किया आर्थिक सहयोग- गंगा मनी मल्लिक
स्नातकोत्तर तक पढ़ाई कर चुकी गंगा मनी मल्लिक बताती हैं कि जब मुझे सेविका दीदी से यह पता चला कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आवेदन करने पर तीस हजार की आर्थिक सहायता राशि प्राप्त हो जाएगी तो मेरा मनोबल बढ़ा और निश्चय किया कि अपने माता-पिता को विवाह में आर्थिक मदद सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजना का लाभ उठाकर करूंगी । विवाह में आर्थिक मदद हेतु मैंने स्वयं ही सेविका एवं सुपरवाइजर दीदी की मदद से आवेदन जमा किया जिसके फलस्वरूप मुझे तीस हजार की राशि प्राप्त हुई, इससे मेरे विवाह में आर्थिक सहायता मिली । गंगा मनी मल्लिक कहती हैं कि इस आर्थिक सहयोग से मेरे परिजनों पर मेरे विवाह के लिए आर्थिक दबाव नहीं बना और उन्होने खुशी-खुशी मेरी विदाई की
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बालिकाओं को दिया जाता है । समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस योजना का लाभ वे ही बेटियां ले सकती हैं जिनकी शादी 18 वर्ष या इससे अधिक में हो । अगर बेटी की शादी 18 साल से कम उम्र में की जाती है तो इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता *

मुसाबनी प्रखंड सभागार में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी अधिनियम-2005 (मनरेगा) के तहत सामाजिक अंकेक्षण वित्तीय वर्ष 2019-20 का प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन किया गया जन सुनवाई में प्रखंड विकास पदाधिकारी मुसाबनी सीमा कुमारी, ज्य़ूरी सदस्य के रूप में प्रधान कार्यकारी अध्यक्ष पानमुनी सोरेन, ग्राम प्रधान के रूप में अशोक सोरेन, सुराई बास्के एवं जिला समान्वयक विकास कुमार सिंह एवं एपीओ अखिलेश कुमार तथा सामाजिक अंकेक्षक दल के सदस्य शामिल हुए । प्रखंड स्तरीय जन सुनवाई गोहला, पारूलिया, कुईलीसुता, धोबनी एवं तेरेगा पचायतों की थी । इससे संबंधित पंचायत के प्रधान कार्यकारी समिति, पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सेवक, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, कनीय अभियता, सहायक अभियंता उपस्थित थे अंकेक्षक दल द्वारा बताया गया कि पंचायत गोहला में पांच मामले, पारूलिया में पांच मामले, कुईलीसुता पांच मामले, धोबनी में छह मामले एवं तेरेगा में सात मामले में जनसुनवाई में लिए गए, निर्णय का अनुपालन किया गया कि नहीं इसके बारे में जानकारी प्राप्त की गई जिसमें उपरोक्त सभी पंचायत के ग्राम रोजगार सेवकों द्वारा अनुपालन प्रतिवेदन ज्यूरी सदस्यों के समक्ष रखा गया इस तरह से सभी मामले का निष्पादन ग्राम रोजगार सेवक एवं पंचायत सचिव द्वारा कर देने के कारण सभी मामले प्रखंड स्तर में ही समाप्त हो गई है तथा कोई भी मामले जिला स्तरीय सुनवाई हेतु अग्रासित नहीं किया गया*

*आज विभिन्न पंचायतों में वैक्सीनेशन ड्राइव चलाया गया जिस दौरान –

पंचायत हेंदलजुरी वैक्सीनेसन साइट पंचायत मंडप ,हेंदालजुरी में कुल 210 लोगो को वैक्सीन दिया गया

*पंचायत कशीदा* वैक्सीनेशन साइट: पंचायत मंडप कशीदा में 180 लोगो को वैक्सीन दिया गया

*बड़ा खुर्षी* वैक्सीनेशन साइट :पंचायत मंडप बड़ा खुरशी में कुल 270 लोगो को वैक्सीन दिया गया

*उल्दा* वैक्सीनेशन साइट : पंचायत मंडल उल्दा में कुल 200 लोगो को वैक्सीन दिया गया।

*महूलिया* वैक्सिनेशन साइट : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गालूडीह में कुल 220 लोगो को वैक्सीन दिया गया

*नॉर्थ मऊ भंडार, पवड़ा, धरम बहाल*
वेक्सीनेशन साइट :पंचायत धरम बहाल में कुल 151 लोगो को वैक्सीन दिया गया।

कुल आठ पंचायतों के छह चयनित स्थल पर आज प्रखंड अंतर्गत वैक्सीनेशन किया जा रहा है इस दौरान सभी पंचायतों के पंचायत सचिव मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्त किए गए हैं एवं प्रखंड कल्याण पदाधिकारी बबलू सोरेन को नोडल पदाधकारी प्रतिनियुक्त किया गया है इस दौरान वैक्सीनेशन साइट पर मेडिकल ऑफिसर, वेरीफायर, क्राउड मैनेजमेंट टीम ,सुपरवाइजर ,मोबिलाइजर द्वारा सुचारू रूप से अपने कार्यों का संपादन किया जा रहा है
प्रखंड अंतर्गत 1231लोगो को वैक्सिनेशन दिया गया

प्रखंड विकास पदाधिकारी घाटशिला कुमार एस अभिनव ,अंचलाधिकारी घाटशिला राजीव कुमार ,नव नियुक्त परिक्ष्यमान उपसमाहर्ता चंचला कुमारी द्वारा सभी वैक्सीनेशन साइट का निरीक्षण किया गया है*

*झारखंड में रह रहे 22 विदेशी नागरिकों को गृह मंत्रालय का नोटिस*

*भारत में पिछले चौबीस घंटे में कोविड-19 के 53,476 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,17,87,534 हुई। 251 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,60,692 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 3,95,192 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,12,31,650 है। देश में कुल 5,31,45,709 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है।