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दुमका जेल में अखिलेश सिंह से होगा धनबाद के अमन सिंह का सामना

दुमका जेल में अखिलेश सिंह से होगा धनबाद के अमन सिंह का सामना

जमशेदपुर: धनबाद में आतंक और दहशत का पर्याय बना अमन सिंह का दुमका जेल में गैंगस्टर अखिलेश सिंह से सामना होगा इसकी संभावना जताई जा रही है. जेल के भीतर से ही अपने गुर्गों के माध्यम से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की पुष्टि होने के बाद इस तरह की पहल धनबाद जिला प्रशासन की ओर से की गई है. डॉक्टर समीर कुमार से जेल से ही फोन कर रंगदारी मांगने की पुष्टि हुई है. दुमका जेल में ठीक इसी तरह के मामले में गैंगस्टर अखिलेश सिंह भी बंद है.
जब अखिलेश सिंह को गिरफ्तार करके घाघीडीह जेल भेजा गया था तब उससे खतरा होने का अंदेशा जताते हुए जिला प्रशासन की ओर से दुमका जेल में शिफ्ट किया गया था. अखिलेश सिंह और अमन सिंह को एक ही जेल में शिफ्ट किए जाने से ऐसा लग रहा है की दोनों का कभी भी सामना हो सकता है.
अखिलेश सिंह और अमन पर हत्या और रंगदारी मांगने के कई मामले दर्ज हैं. अमन सिंह पर धनबाद के साथ – साथ पूरे झारखंड में तीस से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं जिसमें वह गिरफ्तार होकर जेल में है. धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या में वह पांच सालों से धनबाद जेल में बंद था. अखिलेश की बात करें तो उस पर हत्या और रंगदारी के तीन दर्जन से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं.
अखिलेश सिंह के गुर्गों ने घाघीडीह जेल में परमजीत सिंह की हत्या वर्ष 2009 में गोली मारकर कर दी थी. तब अखिलेश सिंह फरारी काट रहा था. दोनों गुटों के बीच पहले से ही विवाद चल रहा था. परमजीत की जेल में हत्या के बाद अखिलेश सिंह पर जमशेदपुर के सिविल कोर्ट में 2014 में गोली मारकर हत्या करने की योजना बनी थी. गोली मिस फायर होने से अखिलेश कोर्ट में पेशी के दौरान बच गया था, लेकिन कोर्ट में परमजीत गिरोह का दो गुर्गा पकड़ा गया था.
हालांकि अखिलेश सिंह और अमन सिंह को दुमका जेल में शिफ्ट किए जाने के बाद जमशेदपुर और धनबाद पुलिस राहत की सांस ले रही है. लेकिन अमन और अखिलेश को एक ही जेल में शिफ्ट किए जाने से तरह तरह की बातें उठने लगी है. उसमें महत्वपूर्ण है कि कहीं दोनो का दुमका जेल में सामना तो नहीं होगा.