झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

डर लगता तेरे प्रणाम से

उसका काम तमाम करे हो
झुककर जिसे प्रणाम करे हो

माहिर हो अभिनय में प्यारे
भुतलाने का काम करे हो

शीत लहर में कृषक सड़क पे
तुम शासक आराम करे हो

सारे कड़वे खबर दबाकर
केवल अपना नाम करे हो

यार बगल में छूरी रखते
फिर मुख से क्यों राम करे हो

डर लगता तेरे प्रणाम से
क्यों प्रणाम, बदनाम करे हो

धर्म नाम पर बांट सुमन को
काहे दक्षिण, वाम करे हो

श्यामल सुमन