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दिल्ली में बेची गई रांची की बेटी का किया गया रेस्क्यू, जल्द वापस लाई जाएगी

रांची बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की अध्यक्ष रूप वर्मा की सूचना पर दिल्ली पुलिस ने रांची के लापुंग इलाके की रहने वाली बेटी को रेस्क्यू किया है और सीडब्ल्यूसी दिल्ली के समक्ष प्रस्तुत करने के बाद शेल्टर होम में रखवा दिया है. रेस्क्यू करवाई गई नाबालिग को रांची पुलिस की टीम वापस लेने के लिए रवाना होगी.

रांची: दिल्ली में बेची गई रांची के लापुंग इलाके की रहने वाली बेटी का रेस्क्यू कर लिया गया है. रांची बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की अध्यक्ष रूप वर्मा की सूचना पर दिल्ली पुलिस ने रेस्क्यू किया और सीडब्ल्यूसी दिल्ली के समक्ष प्रस्तुत करने के बाद शेल्टर होम में रखवा दिया है
रेस्क्यू करवाई गई नाबालिग को रांची पुलिस की टीम वापस लेने के लिए रवाना होगी. रांची लाने के बाद विधिवत बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामा-भांजे की जुगलबंदी में पांच वर्ष पूर्व रांची के लापुंग इलाके की रहने वाली 17 साल की नाबालिग को दिल्ली में बेच दिया गया था.
नाबालिग बेटी की खोजबीन के बाद परेशान परिजन सीडब्ल्यूसी के संपर्क में आए. इसके बाद कोतवाली थाने स्थित एएचटीयू में मामला दर्ज किया गया था और बच्ची को बेचने वाले सुभाष सिंह को पकड़ा भी गया था. परिजनों ने बताया था कि सुभाष सिंह उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया था और उसे बेच दिया था. पुलिस ने फिलहाल सुभाष को पीआर बांड पर छोड़ा है, अब बच्ची के आरोप के अनुसार सुभाष के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
लापुंग इलाके की रहने वाली 17 साल की नाबालिग को ह्यूमन ट्रैफिकिंग का एजेंट सुभाष सिंह बीते 1 जुलाई 2015 को बाइक में बैठाकर जगन्नाथ मेला घुमाने की बात कहकर ले गया था. उस दिन के बाद नाबालिग घर नहीं लौटी. अब तक नाबालिग के बारे में कोई पता नहीं चल पाया. इस दौरान नाबालिग के पिता और भाई लगातार ढूंढते रहे, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी. इधर, हाल में समाजसेवी सीडब्ल्यूसी रांची में शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की गई और आरोपी सुभाष सिंह को रडार पर रखकर उसे दबोचा गया. मामले में कोतवाली थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है