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देशभर में 83 स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया हमें हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिये संगठित और समर्पित होकर कार्य करने की आवश्यकता है- डॉ. नील माधव दास संस्थापक  तरुण हिन्दू धनबाद

देशभर में 83 स्थानों पर ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया हमें हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिये संगठित और समर्पित होकर कार्य करने की आवश्यकता है- डॉ. नील माधव दास संस्थापक  तरुण हिन्दू धनबाद

धनबाद : जिस प्रकार रात्रि के पश्चात होने वाला सूर्याेदय कोई नहीं रोक सकता, उसी प्रकार काल महिमा के अनुसार होने वाली धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना भी कोई नहीं रोक सकता  हिन्दू राष्ट्र आएगा, यह पत्थर की लकीर है । अनेक संतों ने भी उस संबंध में बताया है । काल भी उसी दिशा में जा रहा है । इसलिए इस काल में हमने यदि हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्य किया तो, काल के अनुसार धर्मकार्य होकर उस माध्यम से हमारी साधना होगी । इसलिए इस वर्ष की गुरुपूर्णिमा के अवसर पर हिन्दू राष्ट्र के स्थापना का कार्य करने का निश्चय करें ऐसा आवाहन मधुलिका गोयल ने इस अवसर पर किया । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित गुरुपूर्णिमा महोत्सव में वे बोल रही थी । राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर, अशोक नगर, धनबाद में गुरुपूर्णिमा भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया । देशभर में 83 स्थानों पर हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ भावपूर्ण वातावरण में मनाए गए

इस अवसर पर उपस्थित डॉ. नील माधव दास  ने कहा, ‘हमारा भारत देश स्वयंभू हिन्दू राष्ट्र है । फिर भी हिन्दुराष्ट्र की स्थापना के लिये संघर्ष करना पड़ रहा है । और आज यदि हम संघर्ष नहीं करेंगे तो हिन्दूओं की संख्या आगे अल्प होती जाएगी और हिंदुस्तान की भूमि अनेक हिस्सों में बंट जाएगी । भारत मे हिन्दुओं की संख्या तेजी से घट रही है । जहाँ 1951 में हिन्दुओं की जनसँख्या 84.1 % थी, वहीं 2011 जनगणना के अनुसार यह घट कर 79.8 % रह गयी है । ‘उपाय के तौर पर भारत में ‘जनसंख्या नियंत्रण कानून’ और ‘धर्म परिवर्तन प्रतिबंध कानून’ लागू किया जाना चाहिये!’ ऐसा प्रतिपादन डॉ. नील माधव दास द्वारा किया गया। तरुण हिन्दू संगठन धर्मांतरण रोकने एवं धर्म परिवर्तन प्रतिबंध कानून को लागू किया जाए इसके लिये नियमित प्रयासरत है, लेकिन ‘हमें हिन्दू राष्ट्र के लिये संगठित और समर्पित होकर कार्य करने की आवश्यकता है’ यह आवाह्न भी किया

महोत्सव के प्रारंभ में श्री व्यासपूजा और प.पू. भक्तराज महाराजजी की प्रतिमा का पूजन किया गया । देशभर में हुए गुरुपूर्णिमा के अवसर पे सनातन संस्था के ‘‘सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी द्वारा की गुरुसेवा एवं उनका शिष्यत्व’’, ‘‘परब्रह्म डॉ. आठवलेजीकी समष्टि साधना एवं आध्यात्मिक अधिकार’’ एवं ‘‘परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजीकी साधकोंद्वारा बताई गई विशेषताएं’’ इन हिन्दी भाषा के ग्रंथो का लोकार्पण मान्यवरो द्वारा किया गया ! इस समय ‘स्वसुरक्षा प्रदर्शन’ का वीडियो दिखाया गया ।

इस कार्यक्रम में श्री लोचन जी महाराज  कथा वाचक एधनबाद की वंदनीय उपस्थिति थी। अन्य मान्यवरों सहित  जिज्ञासु उपस्थित थे।

चार भाषाओं में ‘ऑनलाइन गुरुपूर्णिमा महोत्सव’: इस वर्ष हिंदू जनजागृति समिति द्वारा हिन्दी, गुजराती, बंगाली एवं उडिया आदि 4 भाषाओं में ऑनलाइन के माध्यम से गुरुपूर्णिमा महोत्सवों संपन्न हुआ । इस माध्यम से देशविदेश के श्रद्धालुओं ने ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सवों’ का लाभ उठाया ।

शंभू गवारे हिन्दू जनजागृति समिति