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चिरेका ने दोसौवां विद्युत रेल इंजन राष्ट्र को समर्पित किया

चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना (चिरेका) लगातार रेलवे के साथ राष्ट्र के विकास में निरंतर योगदान दे रहा है.चिरेका ने दोसौवां विद्युत रेल इंजन का उत्पादित राष्ट्र को समर्पित किया है.
जामताड़ाः चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना (चिरेका) द्वारा दोसौवां विद्युत रेलइंजन का उत्पादित राष्ट्र को समर्पित किया गया. वर्तमान वित्त वर्ष 2020-21 में 23 नवंबर 2020 तक कुल 159 कार्य दिवसों में दो सौ रेल इंजन का उत्पादन चितरंजन रेल इंजन कारखाना के लिए एक बड़ी उपलब्धि बतायी जा रही है.
कोविड-19 प्रतिबंधों के बावजूद निर्माण कार्य में लगातार कार्य जारी है. विद्युत रेल इंजन निर्माण कार्य को गति प्रदान करते हुए दोसौवां विद्युत रेलइंजन का उत्पादन किया है.
वर्तमान वित्त वर्ष 2020-21 में 23 नवंबर 2020 तक कुल 159 कार्य दिवसों में दो सौ रेल इंजन का उत्पादन चितरंजन रेल इंजन कारखाना के लिए एक बड़ी उपलब्धि है
चिरेका ने किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ज्ञातव्य हो कि चिरेका ने फ़िर से एक और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते डेढ़ सौ रेल इंजन का उत्पादन 129 कार्य दिवसों में किया और अंतिम पचास रेल इंजन का उत्पादन केवल 30 कार्य दिवसों में किया.
वित्त वर्ष 2020-21 के 200 वें रेल इंजन (डब्ल्यू ए पी-7, सं: -30816) को 23 नवंबर को चिरेका द्वारा देश सेवा को समर्पित किया गया. रेल इंजन के उत्पादन कार्य के दौरान कोरोना के सुरक्षित नियमों और उपायों का भी पालन किया गया.
चिरेका ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 में पूर्व की भांति अपने निर्धारित उत्पादन लक्ष्य को पार कर एक और नयी उपलब्धि हासिल करने में सफलता प्राप्त करने का लझ्य निर्धारित किया है.इससे पहले 2018-19 व 2019-20 में 402 और 431 इंजन उत्पादन कर विश्व में इतिहास रचा है.
चितरंजन रेलइंजन कारखाना ने वित्त वर्ष 2018-19 और वित्त वर्ष 2019-20 में क्रमशः 402 और 431 विद्युत रेल इंजन का उत्पादन करके एक विश्व कीर्तिमान रचा है. चितरंजन रेल इंजन कारखाना लगातार नए-नए आधुनिक तरीके से रेलवे विद्युत रेल इंजन उत्पादन कर न केवल रेलवे के विकास में अपना योगदान दे रहा है, बल्कि राष्ट्र के निर्माण और विकास में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है.