झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

बन्दर बन के खाना सीखो

बन्दर बन के खाना सीखो
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कुछ तो ताना बाना सीखो
फिर तुम आग लगाना सीखो

अलग तुझे दिखना हो सबसे
आपस में लड़वाना सीखो

बिल्ली के झगड़े में रोटी
बन्दर बन के खाना सीखो

जनता जाए भले भाड़ में
गद्दी को हथियाना सीखो

आमलोग की उम्मीदों को
वादों में भरमाना सीखो

बात चेतना की जो करता
उसको भी मरवाना सीखो

रक्तबीज सा मगर सुमन तू
ले मशाल फिर आना सीखो

श्यामल सुमन