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बागबेड़ा के पंचायत प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से सरस्वती पूजा पंडाल का विधिवत उदघाटन किया

बागबेड़ा के पंचायत प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से सरस्वती पूजा पंडाल का विधिवत उदघाटन किया

न्यू राज एकता क्लब के तत्वाधान आयोजककर्ता पवन श्रीवास्तव के नेतृत्व में बागबेड़ा पोस्तुनगर में मां सरस्वती पूजा पंडाल का उदघाटन फीता काटकर बागबेडा के पंचायत प्रतिनिधियों ने किया इस दौरान जिला पार्षद किशोर यादव, मुखिया बहामुनी हेंब्रम, प्रतिमा मुंडा, उप मुखिया सुनील गुप्ता, पंचायत समिति सदस्य झरना मिश्रा, आयोजककर्ता पवन श्रीवास्तव ने संयुक्त रुप से फीता काटकर मां सरस्वती के प्रतिमा पर पूजा अर्चना कर उदघाटन समारोह संपन्न किया इसके पूर्व एक सभा का भी आयोजन किया गया जिसमें पंडाल के माध्यम से संपूर्ण रामायण का जो विस्तृत रूप से दर्शाया जाने पर उपस्थित बागबेड़ा के समस्त पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशंसा की है।
इस मौके पर क्लब के अध्यक्ष संतोष शर्मा, उपाध्यक्ष रोशन शर्मा, सचिव सुमित श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष मनीष यादव, आयोजककर्ता पवन श्रीवास्तव, समाजसेवी राजेश कुमार, श्रवण मिश्रा सहित कई स्थानीय लोग उपस्थित थे।

*तमोलिया स्थित पूर्णिमा नेत्रालय के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर उप मुखिया सुनील गुप्ता सत्यम संजीवन संघ समिति के अध्यक्ष कंचन सिंह, अस्तित्व के अध्यक्ष मीरा तिवारी एवं शशि आचार्य, सोशल वेलफेयर ट्रस्ट की अध्यक्ष मुनमुन चक्रवर्ती सहित कई सामाजिक स्वयंसेवी संस्थाओं के लोगों को स्मृति चिन्ह एवं बुके देकर सम्मानित किया गया ।
विदित हो कि पूर्णिमा नेत्रालय के द्वारा निशुल्क नेत्र जांच शिविर उक्त संस्था के सदस्यों के द्वारा लगाया गया था। जिसमें कई जरूरतमंदों को निशुल्क मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी करवाया गया था। जनहित में सामाजिक कार्य किए जाने पर उक्त सारे संस्थाओं के पदाधिकारियों को मेमोंटू और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

*मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत कार्यरत रसोईया -सह- सहायिकाओं को अब प्रतिमाह दो हज़ार रुपए मानदेय मिलेगा*

मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत कार्यरत रसोईया सह सहायिकाओं के मानदेय में अतिरिक्त राज्य सहायता स्वरूप की राशि में प्रतिमाह 500 रुपए की बढ़ोतरी कर एक हज़ार रुपए करने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंजूरी दे दी है । इस तरह रसोईया सह सहायिका को अब प्रतिमाह दो हज़ार रुपए मानदेय मिलेगा मानदेय में की गई वृद्धि एक अप्रैल 2020 से प्रभावी मानी जाएगी

केंद्र प्रायोजित इस योजना के अंतर्गत विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए भोजन पकाने के लिए कार्यरत प्रत्येक रसोईया सह सहायिका को प्रतिमाह एक हज़ार रुपया मानदेय देने का प्रावधान है यह मानदेय वर्ष में दस महीनों के लिए देय होता है । इसमें केंद्र सरकार साठ प्रतिशत और राज्य सरकार चालीस प्रतिशत का अंशदान करती है लेकिन राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधन के बलबूते इन्हें हर माह अतिरिक्त पांच सौ रुपए मानदेय में जोड़कर देती आ रही है इस राशि में अब पांच सौ रुपए औऱ अतिरिक्त वृद्धि कर कुल एक हजार रूपए कर दिया गया है। इस तरह रसोईया सह सहायिकाओं को अब दो हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय मिलेगा ।

मुख्यमंत्री ने रसोईया सह सहायिका के मानदेय में पांच सौ रुपए की वृद्धि को लेकर दस माह के लिए 39 करोड़,79 लाख, 55 हज़ार व्यय करने की स्वीकृति दे दी है । पूरे राज्य में कुल 79,551 रसोईया सह सहायिका कार्यरत हैं