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अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति की बैठक सीडी रेश्यो बढाने के दिये निर्देश

अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति की बैठक सीडी रेश्यो बढाने के दिये निर्देश कहा- सरकार प्रायोजित योजनाओं के लम्बित आवेदनों को रिटर्न करने के बजाय उसमें स्वीकृति की संभावनाएं देखें

जिले का सीडी रेश्यो चालीस प्रतिशत से कम होने पर सभी बैंकों के साथ समीक्षात्मक बैठक आज अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम संदीप कुमार मीणा की अध्यक्षता में आहूत की गई। बैठक में सहायक महाप्रबंधक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया रांची नवीन आदर्श, डीडीएम नाबार्ड सिद्धार्थ शंकर , अग्रणी जिला प्रबंधक दिवाकर सिन्हा एवं जिले के सभी बैंकों के जिला समन्वयक मौजूद रहे । अनुमंडल पदाधिकारी ने समीक्षा के दौरान सभी बैंकों को अपने ऋण प्रवाह को बढ़ाने एवं अधिक से अधिक किसानों को केसीसी ऋण देने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि जेएसएलपीएस द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को समय पर क्रेडिट लिंकेज करें। पीएमईजीपी, पीएम स्वनीधि, डेयरी, फिशरी आदि सरकार प्रायोजित योजनाओं के लम्बित आवेदनों को रिटर्न करने के बजाय उसमें स्वीकृति की संभावनाएं देखें और जरुरतमंद लोगों की आर्थिक मदद कर उसे स्वावलम्बन बनाने में बैंक अपने उत्तरदायित्त्व का सही से निर्वहन करें,सीडी रेशियो अपने आप बढ़ जायेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के तहत 28 दिसंबर 2021 तक प्रत्येक दिन प्रखंडों में पंचायत स्तर पर और शहर में नगर निकाय स्तर पर शिविर आयोजित हो रही है जिसमें बैंक अपनी उपस्थिति को सुनिश्चित करते हुए अधिक से अधिक ऋण आवेदन को प्राप्त करें और स्वीकृत ऋण का वितरण करे। डीडीएम नाबार्ड ने केसीसी ऋण में स्केल ऑफ फाइनेंस का सही से अनुपालन करते हुए कृषि ऋण का टिकट साइज बढ़ाने का सुझाव बैंको को दिया। उन्होने कहा कि केसीसी के अलावा कृषि क्षेत्र में फ़ार्म सेक्टर, एग्री इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड, पशुपालन में भी बैंको को आगे आना चाहिये। उन्होने केसीसी को ज्वाइंट लायबिलिटी ग्रुप (JLG ) के माध्यम से करने का सुझाव दिया जो बैंको के लिये ज्यादा सुरक्षित है। एजीएम रिजर्व बैंक ने केसीसी आवेदन रिटर्न की अधिक संख्या पर सुझाव दिया कि रिटर्न होने के कारण पर चर्चा से बेहतर होगा कि जिस आधार पर अब तक आवेदन स्वीकृत हुये हैं उससे सदस्यों को अवगत कराया जाय तो रिटर्न की संख्या ओटोमेटीक कम हो जायेगी। सभी सदस्यों ने इनके सुझाव की सराहना की । सभा को एलडीएम ने जानकारी दी कि अब तक प्रखंड के अथक प्रयास से 24155 केसीसी आवेदन बैंकों को भेजे गए हैं जिसमें से बैंकों द्वारा मात्र 6116 आवेदन को ही स्वीकृत किया गया है एवं 10907 को रिजेक्ट कर दिया गया है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने सभी बैंकों को निर्देश दिया कि रिटर्न किए गए आवेदन को ब्लॉक ऑफिस से पुनः मंगा कर उसकी भली-भांति स्क्रूटनी करते हुए उसे स्वीकृत करें। अधिक आवेदनों को रिटर्न कर देने और किसानो को परेशान कर लोन देने दोनो स्थिति में ब्लॉक और बैंक की छवि जनता में खराब होती है। किसान में यह धारना बैठ जाती है कि ब्लॉक आवेदन तो भरवा लेता है लेकिन बैंक लोन देता नहीं है। एलडीएम ने सभी बैंकों को इस हालात से बचने एवं आवेदनों पर उदारता से विचार करने का अनुरोध किया।
पूरे झारखंड राज्य का सीडी रेशियो बीते सितंबर तिमाही में जहां 39.67 % रही वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले का सीडी रेश्यो सितंबर तिमाही में 39.60 % रहा। आगामी दिसंबर तिमाही में जिले का सीडी रेशों 40% से ऊपर रखने का संकल्प सभी बैंकों द्वारा लिया गया।
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