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अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषद 14 अप्रैल को मनाएगी मिथिला दिवस और जुड़ शीतल पर्व

अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषद 14 अप्रैल को मनाएगी मिथिला दिवस और जुड़ शीतल पर्व

जमशेदपुर –  अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषद जमशेदपुर की ओर से 14 अप्रैल को परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी समिति बिष्टुपुर के प्रांगण में मिथिला दिवस और लोक पर्व जुड़ि शीतल मनाया जाएगा। इसको लेकर परिषद की एक आवश्यक बैठक मानगो के डिमना रोड स्थित एक होटल में परिषद के अध्यक्ष अशोक कुमार लाल दास की अध्यक्षता में हुई। बैठक में अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के साहित्य प्रकोष्ठ के केन्द्रीय अध्यक्ष डॉ अशोक अविचल, केन्द्रीय महासचिव डॉ रवीन्द्र कुमार चौधरी  अखिलेश कुमार हंस राज जैन, संजीव झा, तरुण कुमार झा, मनोज कुमार झा एवं आनंद कुमार झा मुख्य रूप से उपस्थित थे।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यह सांस्कृतिक आयोजन लोकसभा चुनाव को लेकर लगे आदर्श आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया जाएगा। इसमें इस लोक पर्व के सांस्कृतिक व्यंजनों में दाल पुरी, दही बड़ा, करी बड़ी, आम की चटनी, जलेबी आदि का मैथिली भाषी भरपूर आनंद लेंगे। इसकी पूरी व्यवस्था की जाएगी।
इस लोक पर्व के वैशिष्ट्य के संबंध में डॉ रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि मिथिला एवं मिथिला से बाहर जहां कहीं भी मैथिली भाषी रहते हैं, वे बड़े उत्साह से इस लोकपर्व को मानते हैं। यह पर्व प्रकृति से जुड़ा है। घर के बड़े बुजुर्ग अपने से छोटे के सर पर पानी से शिक्त कर आशीर्वाद देते हैं। पेड़- पौधों में पानी डालने की शुरुआत की जाती है ताकि गर्मी के दिनों में पर्यावरण संरक्षण हेतु कोई पौधा नहीं सुखे। इसके साथ तालाब, पानी जमा होने वाले गड्ढे की साफ सफाई की जाती है जो रैन वाटर हार्वेस्टिंग का काम करता है। इस दिन को मिथिला दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।