आपातकाल से एवं वामपंथियों के गुंडो से नष्ट हुए स्कूल कॉलेजों को पुनः स्थापित कर आनंदनगर में शिक्षा के दीप जलाने वाले 85 वर्षीय वरिष्ठ सन्यासी आचार्य स्वरूपानंद अवधूत का निधन आनंद मार्ग गुरुकुल यूनिवर्सिटी के उप कुलपति आचार्य स्वरूपानंद अवधूत का सिंगापुर में निधन
जमशेदपुर – आनंद मार्ग प्रचारक संघ के वरिष्ठ सन्यासी आचार्य स्वरूपानंद अवधूत का निधन आज सिंगापुर में आनंद मार्ग के अनुयायियों के बीच आध्यात्मिक उदबोधन के पश्चात अचानक उनका निधन हृदय गति रुक जाने के कारण हो गया
आनंद मार्ग की स्थापना 1955 में हुई थी। स्थापना काल से ही आनंद मार्ग के संस्थापक श्री श्री आनंदमूर्ति जी के आध्यात्मिक प्रेरणादायक विचारों से प्रभावित होकर आचार्य स्वरूपानंद अवधूत सन्यास धर्म को अपनाए ।आनंद मार्ग संस्था में उनका परिचय आचार्य स्वरूपानंद अवधूत के नाम से हुआ । आनंद मार्ग के हेड क्वार्टर आनंद नगर में उन्होंने 1975 में स्वर्गीय इंदिरा गांधी की सरकार के आपातकाल के दौरान दमनकारी नीति से नष्ट किए गए आनंद मार्ग के स्कूल ,कॉलेज को आचार्य स्वरूपानंद अवधूत ने पुनः स्थापित किया, इस दौरान वामपंथियों का भी कहर जारी था, परंतु यह एक ऐसे वीर सन्यासी थे की आनंदनगर कभी नहीं छोड़ा संघर्ष करते रहे शिक्षा के जलाए हुए दीपक को कभी बुझाने नहीं दिए । पुरुलिया जिले के आनंदनगर काफी पिछड़ा इलाका है हजारों बच्चों को शिक्षित कर उनके जीवन को संवारने में इनका बहुत बड़ा योगदान है ।आनंद मार्ग गुरुकुल यूनिवर्सिटी के उप कुलपति भी थे ।हाल ही में उन्होंने आनंद मार्ग के मुख्यालय आनंद नगर में बीएड कॉलेज की स्थापना की थी ।बहुत ही मृदु भाषी सन्यासी थे पिछले दिनों सिंगापुर धर्म प्रचार के लिए गए हुए थे वही अचानक उनका निधन आनंद मार्ग के उपस्थित भक्तों के बीच हो गया।इस घटना से पूरा आनंद मार्ग विश्व परिवार शोक में है । इनके निधन से संस्था को बहुत बड़ी क्षति है।
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