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आज है मौसमी चौधरी की जयंती, मां ने लगाई न्याय की गुहार,आरोप- पहले पुलिस फिर बिकी सीबीआई, गलत गवाही का दबाव

आज है मौसमी चौधरी की जयंती, मां ने लगाई न्याय की गुहार,आरोप- पहले पुलिस फिर बिकी सीबीआई, गलत गवाही का दबाव

आज ट्रेनी एयर होस्टेस मौसमी चौधरी की जयंती है।कोविड को देखते हुए मां तापसी चौधरी ने सार्वजनिक जगह पर कोई कार्यक्रय करने की जगह घर पर ही मौसमी के चित्र की पूजा कर और शंख बजाकर श्रद्धांजलि दी।सामाजिक कार्यकर्ता राधाकांत ओझा भी मौसमी के घर पहुंचे और तापसी चौधरी के साथ मिलकर श्रद्धांजलि दी।

मौसमी कांड क्या है?
आहा संस्थान की ट्रेनी एयर होस्टेस मौसमी चौधरी को होटल सोनेट से 9मई को संदिग्ध परिस्थितियों में टीएमएच लाया गया था जहां पहले आईसीयू फिर सीसीयू में इलाजरत रहने के बाद 20 मई को उसे मृत घोषित किया गया था।मां तापसी चौधरी ने बेटी के साथ होटल में दुष्कर्म कर हत्या का आरोप लगाया था। मां का स्पष्ट कहना था कि मौसमी की हत्या 9मई 2021 को ही हो गई थी और टीएमएच में तत्कालीन टाटा स्टील के वीपी पार्थो सेन गुप्ता के दबाव पर जबरन मौसमी के शव को रखा गया था . बाद में 20मई को उसे मृत घोषित किया गया था। मां का आरोप है कि होटल मालिक की पहुंच टाटा के अधिकारियों और पुलिस तक होने की वजह से पुलिस लेवल पर मामले की लीपापोती कर दी गई।

बाद में हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दो दो बार सीबीआई जांच हुई लेकिन न्याय नहीं मिला।मां ने आरोप लगाया है कि रसूखदार आरोपियों की वजह से सीबीआई भी बिक गई।मां को न्यायालय पर भरोसा है।

मामले के तार डॉ प्रभात हत्याकांड से जुड़े

मां तापसी चौधरी ने मौसमी चौधरी की हत्या के छह महीने के भीतर टीएमएच की इमरजेंसी के हेड डॉ प्रभात की हत्या के पीछे भी मौसमी हत्याकांड को वजह बताई है।मां का कहना है कि मौसमी को सबसे पहले टीएमएच के इमरजेंसी में लाया गया था जहां शव के दाखिले को डा प्रभात ने दाखिला लेने से इंकार कर दिया था। उसके बाद घटना को छुपाने के लिए तत्कालीन टाटा के वीपी पार्थो सेनगुप्ता के दबाव पर मौसमी को पहले आईसीयू और फिर सीसीयू में दाखिल कराया गया।तापसी चौधरी ने आरोप लगाया कि मौसमी किस हालत में टीएमएच लाई गई थी इसके अहम गवाह डा  प्रभात थे जिस वजह से उनकी भी हत्या कर दी गई।

किसी भी सरकार ने मदद नहीं की
मां तापसी चौधरी को इस बात का दुख है कि कई सीएम आए और गए लेकिन किसी ने उनकी बेटी को न्याय दिलाने में मदद नहीं की।तापसी चौधरी ने सरयू राय और रघुवर दास के उन बयानों की कटिंग आज भी रखी है जिसमें उनलोगों ने कहा था कि मौसमी हत्याकांड के तार डा. प्रभात हत्याकांड से जुड़े हैं।उसके अलावा तमाम अन्य सबूतों को लिए वह संघर्षरत है।

सीबीआई दुर्घटना मानने का दबाव डालती है
मां तापसी चौधरी ने आरोप लगाया कि सीबीआई लगातार दबाव बना रही है कि वह अपनी बेटी के साथ हुई घटना को दुर्घटना मान ले और वैसी गवाही दे।लेकिन मां तापसी चौधरी ने मरते दम तक न्याय के लिए लड़ने की बात कही है।