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गृह मंत्री अमित शाह से मिले प्रदर्शनकारी बजरंग-साक्षी और विनेश, बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की

गृह मंत्री अमित शाह से मिले प्रदर्शनकारी बजरंग-साक्षी और विनेश, बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की

नई दिल्ली. भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए पहलवानों की एक टीम ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. हालांकि इस बैठक के दौरान क्या बात हुई है, इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है. पहलवानों और केंद्रीय गृहमंत्री की मुलाकात ऐसे वक्त पर हुई है जब पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए पांच दिनों का समय दिया था. अमित शाह और रेसलर्स की मुलाकात शनिवार की रात को दो घंटों से ज्यादा समय तक चली. इसमें बजरंग पूनिया, साक्षी मल्लिक और कुछ कोच भी शामिल हुए थे.

पहलवान बजंर पूनिया ने बताया कि हमने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. इससे और अधिक मैं टिप्पणी नहीं कर सकता. बता दें कि बजरंग पूनिया और साक्षी मल्लिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगट के साथ, बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे रहे हैं, जिन पर एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की थी.
इसके अलावा प्राथमिकी में पन्द्रह यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई गई है, जिनमें से दह बिना मर्जी के गलत तरीके छूने के हैं. इसमें स्तन पर हाथ फेरना, नाभि को छूना और पीछा करने के साथ-साथ डराने-धमकाने की शिकायत का भी जिक्र है. द इंडियन एक्सप्रेस ने यह भी बताया कि एक ओलंपियन, एक राष्ट्रमंडल स्वर्ण पदक विजेता, एक अंतरराष्ट्रीय रेफरी और एक राज्य स्तर के कोच ने कम से कम तीन महिला पहलवानों के आरोपों की पुष्टि की है और चार राज्यों के 125 संभावित गवाहों में हैं जिनके बयान दिल्ली पुलिस ने रिकॉर्ड किया है.
क्या बृजभूषण शरण सिंह पर होगी कार्रवाई?
अब इसके संकेत दिखाई देने लगे हैं। भाजपा में भी दो मत हैं। भाजपा में अब बृजभूषण शरण सिंह से हमदर्दी रखने वाले बहुत कम नेता हैं। यह मानने वालों की संख्या बढ़ रही है कि पहलवानों की शिकायत पर कोई कार्रवाई होनी चाहिए। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बृजभूषण को इस तरह से मीडिया में नहीं आना चाहिए। बृजभूषण मामले को शांत करने का अवसर भी नहीं दे रहे हैं। उन्हें अयोध्या में 5 जून को रैली करने का दबाव बनाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। कुछ दिन शांत रहते तो अच्छा था। सूचना एवं प्रसारण तथा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कुछ इसी तरह का संकेत दिया।