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ज्ञान गंगा स्कूल में व्यक्तित्व विकास संस्थान का वार्षिक मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया

ज्ञान गंगा स्कूल में व्यक्तित्व विकास संस्थान का वार्षिक मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया
जमशेदपुर। व्यक्तित्व विकास संस्थान द्वारा डिमना लेक स्थित ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल मिर्जाडीह के प्रांगण में संस्था के स्थापना दिवस एवं वार्षिक मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डॉ एस बी पी सिंह एवं विशिष्ठ अतिथि में ज्ञान गंगा स्कूल के प्रबंधक मधुकर कुमार एवं वरिष्ठ समाजसेवी एवं पूर्व लेखा कार्यक्रम प्रवेक्षक आर एन मिश्रा मंच पर मौजूद रहे. सभी अतिथियों को संस्था द्वारा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ सिंह ने संस्था के कार्यो की सराहना किया और कहा कि संस्था विभिन्न तरह से समाज के बीच काम कर रही हैं और इसी तरह आगे अग्रसर रहे यही हमारी शुभकामनायें हैं. वहीं विशिष्ठ अतिथि मधुकर कुमार ने व्यक्तित्व विकास के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि बिना व्यक्तित्व विकास हुए कोई भी व्यक्ति जीवन में सफल नही हो सकता है . उन्होंने अपने स्तर से भी जरूरत पड़ने पर संस्था को सार्थक सहयोग करने की बातें कही. वहीं आर एन मिश्रा ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि महिला अब अबला नहीं है बल्कि सब पर भारी है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को शिक्षित होना बहुत जरूरी है, क्योंकि एक महिला को शिक्षित होने पर एक घर के पूरा परिवार सहित समाज भी शिक्षित होता है. उन्होंने भ्रूण हत्या नहीं करने एवं बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा भी दिया और कहा कि बेटी पढ़ेगी तभी बेटी आगे बढ़ेगी. इस अवसर पर बच्चों एवं महिलाओ के बीच विभिन्न तरह के खेल कूद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. खेल खुद प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियों को मेडल एवं प्रमाण पत्र देकर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया और उनकी हौसला अफजाई की गयी. कार्यक्रम का संचालन संस्था के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल एवं धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सचिव मनोज राजबंशी ने किया. इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रीचंद जायसवाल, संयोजक आकाश जायसवाल, संजीव जायसवाल, सुनील पांडेय, नागेंद्र कुमार, पुष्पा टोप्पो, वरुण चक्रवर्ती, अनिल मौर्या, लक्ष्मी मुंडा, मीणा, पूनम, चम्पा, सुदामा  समेत काफी संख्या में पहाड़िया सबर जन जाति के लोग विशेष रूप से कार्यक्रम में शामिल थे. अंत में कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान गाकर किया गया और सभी लोगों ने वनभोज का भी आनंद लिया.