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केंद्र सरकार का कृषि कानून किसानों के डेथ वारंट के समानः बादल पत्रलेख

झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख गुरुवार को जमुई में थे. यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा लाया गया कृषि कानून देश के किसान भाइयों के लिए डेथ वारंट के समान है. इसे केंद्र सरकार को जल्द से जल्द वापस लेना चाहिए.

जमुई: झारखंड के कृषि मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बादल पत्रलेख ने कहा है कि वर्तमान सरकार द्वारा पेश किया गया कृषि कानून देश के किसान भाइयों के लिए डेथ वारंट के समान है. कृषि मंत्री गुरुवार को चकाई में भाजपा के पूर्व विधायक फाल्गुनी प्रसाद यादव की छठी पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने जमुई पहुंचे थे.
श्रद्धांजलि सभा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए बादल पत्रलेख ने कहा कि नया कृषि बिल उद्योगपतियों को खुश करने के लिए पेश किया गया है. इस देश को अडानी और अंबानी का देश नहीं बनने दिया जाएगा. यह देश गांधी, नेहरू और अंबेडकर का देश है. एक तरफ किसान शहादत पर शहादत दे रहे हैं, लेकिन सराकार की नींद नहीं टूट रही है.
बादल पत्रलेख ने कहा केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार अभी भी नहीं चेती तो 2024 में देश के किसान सरकार को सबक सिखा देंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से अविलंब इस कानून को वापस लेना चाहिए. मौके पर राजद की पूर्व विधायक सावित्री देवी, राजद नेता विजय शंकर यादव और डॉ. रवि शंकर यादव सहित अन्य लोग मौजूद थे.