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उपायुक्त की अध्यक्षता में कोविड-19 के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षात्मक बैठक

जमशेदपुर समाहरणालय सभागार में आज उपायुक्त सूरज कुमार की अध्यक्षता में कोविड-19 के संबंध में अब तक किए गए कार्यों की व्यापक समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में डॉ एम तमिल वणन तथा जिला के अन्य वरीय पदाधिकारी एवं चिकित्सक शामिल हुए। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना काल सभी प्रशासनिक पदाधिकारी, चिकित्सकों के लिए नए अनुभवों से रूबरू होने का वक्त रहा जिसमें सभी लोगों ने सामूहिक प्रयास करते हुए कोरोना संक्रमण के रोकथाम पर व्यापक कार्य किए तथा आवश्यकतानुसार उचित कदम नियमित उठाए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि जिला प्रशासन तथा चिकित्सकों के लिए मुश्किल भरा समय रहा है लेकिन हम सभी धैर्य बनाये रखते हुए पूर्व की भांति आगे भी सामूहिक प्रयास करते रहना होगा ताकि पूर्वी सिंहभूम जिला को जल्द से जल्द कोरोना मुक्त किया जा सके।

उपायुक्त द्वारा जिलेवासियों से अपील किया गया है कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में सहयोग करें। कोरोना संक्रमित के क्लोज कॉन्टैक्ट तथा संदिग्ध लोग जिला प्रशासन को सूचित करते हुए अपना कोविड-19 जांच सुनिश्चित करायें। जिला प्रशासन द्वारा 31 अगस्त 2020 से 5 रैपिड टेस्ट सेंटर शुरू किया गया तथा सामुदायिक केन्द्र कागलनगर, ठक्कर बापा स्कूल धतकीडीह, एम ई स्कूल जुगसलाई, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बारीडीह तथा लाईन्स क्लब मानगो जहां जिलेवासी कोविड-19 जांड करा सकते हैं। उपायुक्त ने सभी इंसिडेंट कमांडर, सर्विलांस दल को सख्त हिदायत दिया है कि जो लोग भी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे हैं उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करायें। *साथ ही होम आईसोलेशन के संबंध में गृह मंत्रालय, भारत सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश का अक्षरश: अनुपालन करने का निर्देश संबंधित लोगों को दिया जाय अन्यथा जिला प्रशासन द्वारा कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। उपायुक्त ने कहा कि इंसिडेंट कमांडर/सर्विलांस दल की अनुशंसा तथा चिकित्सक के अनुमति के बिना कोई भी व्यक्ति होम आईसोलेशन में नहीं रहेंगे।

उपायुक्त ने कहा कि पूर्व में ही सभी निजी अस्पतालों/नर्सिंग होम में कोविड सस्पेक्टेड वार्ड बनाने का निर्देश दिया गया था, जिन अस्पतालों में कोविड सस्पेक्टेड वार्ड नहीं है उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। वैसे मरीज जो कोरोना संक्रमित नहीं हैं उनका इलाज प्राथमिकता के आधार पर निजी अस्पतालों/सीएचसी/पीएचसी में करने का निर्देश दिया गया है जिससे डेडिकेटेड कोविड अस्पताल पर अनावश्यक दवाब नहीं पड़े। उपायुक्त द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, इंसिडेट कमांडर, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी को निदेशित किया गया कि उनके पोषक क्षेत्र में कितने अस्पताल, डिस्पेंसरी जो पूर्व में संचालित थे लेकिन कोरोना काल में बंद पड़े हैं, इसकी सूची बनाकर जिला मुख्यालय को समर्पित करें। साथ ही अन्य जिलों से पूर्वी सिंहभूम जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की सूची बनाने की भी बात कही गई।

उपायुक्त द्वारा एमजीएम अस्पताल में मरीजों की अधिकता को देखते हुए 50 अतिरिक्त बेड व 15 स्ट्रेचर उपलब्ध कराने की बात कही गई। साथ ही सिविल सर्जन को प्रतिदिन कोविड-19 जांच हेतु जिले में उपलब्ध चिकित्सीय उपकरण के स्टॉक को अपडेट करने का निदेश दिया गया ताकि आवश्यकतानुसार राज्य से संवाद स्थापित किया जा सके। टीएमएच प्रबंधन को एक ट्रूनेट मशीन उपलब्ध कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। साथ ही टीएमएच प्रबंधन को अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमितों का ऑनलाइन डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया जिससे संबंधित परिजन उनके बारे में जानकारी हासिल कर सकें। वहीं टाटा मोटर्स अस्पताल प्रबंधन को कोविड-19 हेतु बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया।

बैठक में पुलिस अधीक्षक(नगर), अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धालभूम, निदेशक आईटीडीए-सह-डीआरडीए, अपर उपायुक्त, अपर जिला दंडाधिकारी, तीनों नगर निकाय के विशेष और कार्यपालक पदाधिकारी, सभी इंसिडेट कमांडर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी जुड़े वहीं चिकित्सकों में सिविल सर्जन, जिला सर्विलांस पदाधिकारी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, टीएमएच के जी.एम, एमजीएम कॉलेज के प्राचार्य, एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक, आईडीएसपी प्रभारी, टाटा मोटर्स अस्पताल के चिकित्सक उपस्थित थे।