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तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब का मामला विधानसभा में गूंजा बिहार सरकार से वार्ता कर मुख्यमंत्री झारखंड का स्थान सुरक्षित करें

तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब का मामला विधानसभा में गूंजा बिहार सरकार से वार्ता कर मुख्यमंत्री झारखंड का स्थान सुरक्षित करें

जमशेदपुर। सिखों के दूसरे बड़े धार्मिक तख्त एवं श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जन्म स्थली तख्त श्री हरमंदिर जी प्रबंधन समिति में झारखंड की हिस्सेदारी को लेकर झारखंड विधानसभा में सवाल गूंजे हैं। झारखंड के सिखों की ओर से भारतीय जन मोर्चा पार्टी के संरक्षक एवं जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय ने बुधवार को शून्यकाल में सवाल उठाते हुए 15 सदस्यीय कमेटी में झारखंड का स्थान सुरक्षित करने का आग्रह झारखंड सरकार से किया और विधान सभा अध्यक्ष से इस बारे में सरकार को संज्ञान लेने का निर्देश देने का आग्रह किया।
विधायक सरयू राय ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह जी की जन्मस्थली पटना साहेब में स्थित तख्त हरमंदिर जी का प्रबंधन पन्द्रह सदस्यीय समिति करती है। इसका संचालन 1955 में बने संविधान और नियामवाली के तहत होता है। प्रबंधन समिति में अमृतसर, कोलकाता, लखनऊ, दिल्ली सहित उत्तर एवं दक्षिण बिहार का प्रतिनिधित्व है। बिहार का पुनर्गठन होकर झारखण्ड राज्य बना है।
अभी तक दक्षिण बिहार के साथ झारखण्ड था। दक्षिण बिहार और झारखण्ड का संयुक्त प्रतिनिधित्व तख्त हरमंदिर साहेब के प्रबंधन की पन्द्रह सदस्यीय समिति में है।
परन्तु अब यह साजिश हो रही है कि झारखण्ड को दक्षिण बिहार के प्रतिनिधि से अलग कर दिया जाय और इसके लिए तख्त हरमंदिर समिति के संविधान में संशोधन किया जाय। जबकि दक्षिण बिहार में केवल पन्द्रह गुरूद्वारा हैं और झारखंड में एक सौ बीस के करीब गुरूद्वारा है। इस तरह झारखण्ड को प्रतिनिधित्व से वंचित करने की साजिश चल रही है। जब अमृतसर, कोलकाता, लखनऊ, दिल्ली के सिख प्रतिनिधि तख्त हरमंदिर साहेब की पन्द्रह सदस्यीय समिति में है तो झारखण्ड को इसमें प्रतिनिधित्व नहीं देना कहीं से भी उचित नहीं है।
विधानसभा में सवाल उठाने पर कोल्हान के सिखों की संस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह ने पूरे झारखंड के सिखों की ओर से आभार जताया है। उनके अनुसार पहले सरदार शैलेंद्र सिंह और अभी सरदार इंदरजीत सिंह दक्षिण बिहार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और उम्मीद करता हूं कि झारखंड सरकार के आग्रह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस दिशा में उचित कदम उठाएंगे और सहभागिता जारी रहेगा।
इधर इस मामले को लेकर बारीडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एवं राष्ट्रीय सनातन सिख सभा के संयोजक एवं पत्रकार अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने विधायक सरयू राय एवं भाजपा नेता कुलविंदर सिंह पन्नू के प्रति आभार जताया है। उन्होंने तथा झारखंड सिख विकास सभा के अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू, सेंट्रल सिख नौजवान सभा के पूर्व प्रधान सतवीर सिंह सोमू और झारखंड अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह सेठी ने गृह मंत्री अमित शाह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर बिहार राज्य पुनर्गठन आयोग के प्रावधान का हवाला देते हुए यथास्थिति कायम रखने का आग्रह किया है और इस आशय का पत्र सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा कस्टोडियन शाह जिला एवं सत्र न्यायाधीश पटना को भी भेजा गया है। यहां बताना उचित होगा कि बिहार सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप सिंह बग्गा और राजेश सिंह अकाली तथा अन्य लगातार कोशिश में हैं कि दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र से झारखंड को अलग कर दिया जाए।