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सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत गम्हरिया जगन्नाथपूर में ममता देवी उम्र लगभग पैंतीस साल ने हिंदुजा लिमिटेड फाइनेंस कम्पनी के कथित मैनेजर अनिल सिंह के इशारे पर सोनू शर्मा के उत्पीड़न से अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली

सरायकेला खरसावां गम्हरिया – सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत गम्हरिया जगन्नाथपूर में ममता देवी उम्र लगभग पैंतीस साल ने हिंदुजा लिमिटेड फाइनेंस कम्पनी के कथित मैनेजर अनिल सिंह के इशारे पर सोनू शर्मा के उत्पीड़न से अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली क्योंकि सोनू शर्मा ने कहा था कि तुम मर जायेगी तो पैसा छोड़ देंगे सोनू शर्मा का मोबाइल नंबर के कॉल का जांच करने से यह भी पता चलेगा की वे कितने बार दिन में फोन करके किस किस तरीके से उत्पीड़न करता था , मृतक ममता देवी के पति रविंद्र गुप्ता के लिखित बयान पर एक मामला टाटा मेन हॉस्पिटल पुलिस शिविर में सूर्य कांत कुमार ने 28 जनवरी 2024 को दर्ज कर गम्हरिया थाना को अग्रसारित किया गया है, सोनू शर्मा ने अपने कम्पनी में जगह बनाने के लिए अपनी दबंगता कायम करने के लिए ममता देवी को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया सोनू शर्मा की पीछे की रिपोर्ट की भी पुलिस जांच करे, जानकारी के मुताबिक ऐसे प्राइवेट फाइनेंस द्वारा कम रु में गाड़ी ऋण पर देकर तीन महीना पार होने का इंतजार करते हैं की तीन महीने पार हुआ और गाड़ी अपने कब्जा में छीन कर ले लेना है और रु के लिए दबाब बनाना है,और वे लोग इतना दबाब बनाते हैं की इज्जतदार महिला को अपने इज्जत बचाने के लिए खुदकुशी कर लेना पड़ता है जिस तरह से ममता देवी ने किया, सोनू शर्मा से ऐसे हरकत कराने वाले मैनेजर अनिल सिंह सहित सोनू शर्मा पर हत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर कारवाई किया जाना चाहिए और इसका उचित मुआवजा जिला अधिकारी सुनिश्चित करे और दिलवाए ममता देवी ने तीन बेटी और एक बेटे को अपने पीछे छोड़ कर गई है,इन लोगो के अच्छे भविष्य के लिए जिला अधिकारी विचार करे , सोनू शर्मा की इस तरह की हरकत की शिकायत कांड्रा थाना में अठारह जनवरी दो हजार चौबीस को चौकीदार के पद पर अबैतनिक काम करने वाले मदन नायक ने भी तंग आकर दिया था लेकिन अभी तक कोई संतुष्टि जनक कारवाई नहीं हुई बल्कि मदन नायक ने अपनी गाड़ी कांड्रा थाना के गेट पर लगाकर फाइनेंसर को देने के लिए रु की इंतजाम करने के लिए कहीं निकला था,लेकिन उक्त सोनू शर्मा ने अपने दबंगता से गाड़ी बिना चाभी के साथ लेकर चला गया,यदि मदन नायक के शिकायत पर थाना द्वारा कारवाई होता तो इस तरह गैर कानूनी ढंग से वह गाड़ी थाना से नहीं ले जाता जो निंदनीय है और इस तरह से फाइनेंसर के गुर्गों का मनोबल बढ़ाना उचित नहीं है जानकारी के मुताबिक ऐसे प्राइवेट फाइनेंस वाले जगह जगह पर अपराधी किस्म के लोगों को अपने अंदर में रखते हैं और उससे इस तरह का अपराध कराते हैं इस फाइनेंस कम्पनी के मैनेजर अनिल सिंह और सोनू शर्मा के मोबाइल की जांच करने से सब कुछ पता चल जाएगा इनके काम करने का तरीका और इनका संपर्क,फाइनेंसर को संवैधानिक तरीके से काम करने की इजाजत सरकार और प्रशासन ने दी है की गुंडा गर्दी करने की?ये अहम सवाल है,उपरोक्त दोनों व्यक्तियों सोनू शर्मा और अनिल सिंह को जिसके उत्पीड़न का मामला एक खौफ को दर्शाता है दोनों थाना में दिए गए लिखित पर मामला दर्ज करने की जरूरत है

रपट जगन्नाथ मिश्रा