झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

सांसद विद्युत महतो ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए दिए आठ एम्बुलेंस, भाजपा ने जताया आभार

सांसद विद्युत महतो ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए दिए आठ एम्बुलेंस, भाजपा ने जताया आभार

जमशेदपुर। भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव ने वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ने हेतु सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आठ अत्याधुनिक एम्बुलेंस दिए जाने पर आभार व्यक्त किया है। उन्होंने इसे सराहनीय पहल बताते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में एम्बुलेंस की समय से उपलब्धता नहीं होने के कारण मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था। पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा आठ एम्बुलेंस दिए जाने पर कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के साथ गंभीर मरीजों के इलाज में अब देरी नहीं होगी एवं मरीजों को समय पर चिकित्सक के पास लाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही जनता के बेहतर स्वास्थ्य की चिंता की है। पूर्व की भाजपा सरकार के दौरान 108 एम्बुलेंस सेवा के तहत सैकड़ों एम्बुलेंस राज्य की जनता की सेवा कर रहे हैं। सांसद विद्युत वरण महतो के इस प्रयास से एम्बुलेंस सेवा को और मजबूती मिलेगी एवं जरूरतमंद जनता को इसका पूरा लाभ मिलेगा। उन्होंने आमजन से अपील की है कि कोरोना से लड़ाई में विजय प्राप्त करने के लिए प्रत्येक नागरिक का सहयोग आवश्यक है। सभी नागरिक कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा उपायों का पालन करें। सोमवार को सभी एम्बुलेंस का ट्रायल परीक्षण कर उपायुक्त महोदय को विधिवत रूप से सौंप दिया जाएगा।

सरकारी घोषणाओं पर दुविधा में पुलिसकर्मी-शिक्षक पचास लाख मुआवजा और पेंशन को लेकर क्या है डर

कोरोना काल में सभी फ्रंटलाइन वर्करों सहित पुलिसकर्मियों और शिक्षकों की मौत को लेकर सरकार ने कई घोषणाएं की हैं. लेकिन सरकार की घोषणा पर दोनों ही वर्गों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. एक तरफ शिक्षक पंचायती राज को लेकर दुविधा में पड़े हैं, वहीं पुलिसकर्मी प्रावधान को जल्द लागू करने की मांग कर रहे हैं.
पटनाः कोरोना महामारी का समाज के हर तबके पर गहरा प्रभाव पड़ा है. बड़ी संख्या में आम लोगों, प्रशासनिक अधिकारियों, नेताओं से लेकर, स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों की जानें गई हैं. वहीं इसे लेकर बिहार के पुलिसकर्मी और शिक्षक सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं
कोविड काल में सरकारी कर्मचारी की मौत पर बिहार सरकार ने पचास लाख रूपये का मुआवजा और पारिवारिक पेंशन जैसे अन्य सुविधाएं देने की घोषणा की है. वहीं इस घोषणा से पुलिसकर्मी जहां असंतुष्टि जता रहे हैं, वहीं शिक्षक असमंजस की स्थिति में हैं. बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि तीन सौ से ज्यादा शिक्षकों की जान कोरोना के कारण जा चुकी है. लेकिन योजना की लाभ को लेकर सरकार ने अब तक स्पष्ट नहीं किया है. इनमें प्रमुख तौर पर पचास लाख का मुआवजा और पारिवारिक पेंशन के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का प्रावधान किया गया है, वह पंचायती राज के अधीन शिक्षकों पर लागू है या नहीं.आरोप दो सौ पुलिसकर्मी संक्रमित तेरह की मौत बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में अब तक कम से कम तेरह पुलिसकर्मियों की मौत कोरोना के कारण हुई है, जबकि दो सौ से ज्यादा संक्रमित है. इनमें से कई संक्रमण से उबरने के बाद फिर से ड्यूटी भी कर रहे हैं. ऐसे वक्त में सरकार ने पुलिसकर्मियों के लिए जो पारिवारिक पेंशन की घोषणा की है वह काबिले तारीफ है. मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि सरकार से उम्मीद है कि वह पचास लाख का मुआवजा देने का प्रावधान जल्द से जल्द लागू करें