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नारी सशक्तिकरण के दौर में व्यथित करती है बबिता जैसी महिलाओं की पीड़ा : कुणाल

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षड़ंगी के हस्तक्षेप के बाद लव जिहाद की शिकार बबिता की न्याय की उम्मीदें बढ़ी है। पति के धोखे और प्रताड़ना से गोलमुरी निवासी बबिता इन दिनों अपने नौ वर्षीय बच्चे सहित सड़क पर रातें बिताने को मजबूर है। पहले तो बबिता के पति मोहम्मद शमीम ने खुद को अविवाहित बताकर प्रेमजाल में फंसाया। शादी से पहले तक वह अपने पति के धर्म को लेकर अनभिज्ञ थी। शादी के बाद पति और घरवालों के दबाव में बबिता को अपना धर्म परिवर्तन करना पड़ा। पति मोहम्मद शमीम ने दो शादियां की है और वह बबिता को छोड़कर अब मानगो में रहता है। वह अपनी पत्नी बबिता और बच्चे अरबाज की सुध भी नहीं लेता। आर्थिक तंगी के कारण किराया नहीं चुकाने के कारण गोलमुरी के मकान मालिक ने बबिता से मकान खाली करवा दिया है। अब वह सड़क किनारे रातें गुजारने को विवश है। समाचार पत्रों के माध्यम से मामला प्रकाश में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षड़ंगी ने मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए हस्तक्षेप किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्य के पुलिस महानिदेशक से मामले में त्वरित कार्रवाई का अनुरोध किया। बुधवार पूर्वाह्न को मामले में संज्ञान लेते हुए राज्य पुलिस मुख्यालय ने जमशेदपुर पुलिस को अविलंब आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है। वहीं मुख्यालय के निर्देश के बाद जमशेदपुर पुलिस भी मामले में सक्रिय हो गयी है। इस मामले में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि नारी सशक्तिकरण के दौर में भी बबिता जैसी महिलाएं व्यवस्था का दंश झेलने को विवश हैं। उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि शमीम जैसे लोगों की जगह सिर्फ़ जेल है।