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महिला दिवस के अवसर पर जमशेदपुर शहर एक ऐतिहासिक महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम का साक्षी बनने जा रहा है- डॉ कविता परमार

जमशेदपुर- महिला संसद सत्र की  कन्वेनर डॉ कविता परमार ने आज बिष्टुपुर तुलसी भवन के प्रयाग कक्ष में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महिला दिवस के अवसर पर जमशेदपुर शहर एक ऐतिहासिक महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम का साक्षी बनने जा रहा है 9 मार्च तथा 10 मार्च 2024 को प्रतिष्ठित तुलसी भवन बिष्टुपुर में महिला संसद सत्र का आयोजन होने जा रहा है। इस प्रकार का अनूठा महिला संसद भारत वर्ष में पहली बार हो रहा है जिसमें केवल महिला प्रतिभागी होंगी। कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रतिभागियों को एक गूगल फॉर्म भरना पड़ेगा तथा अन्य सभी मानदंडों को पुरा करना पड़ेगा। दो दिवसीय इस सत्र का प्रारूप झारखंड विधानसभा के जैसा होगा। झारखण्ड के सभी महाविद्यालय एवं शिक्षा संस्थानों की महिला विद्यार्थी इसमें भाग ले सकेंगी। राज्य में ऐसा सत्र पांचवी बार हो रहा है जिसमें महिला संसद प्रथम चरण में होने वाला है। महिला आरक्षण बिल का प्रारूप तैयार किया जा रहा है एवं इसे प्रथम दिवसीय सत्र में पेश किया जाएगा। द्वितीय दिवस में शून्यकाल प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को सक्रिय राजनिति में भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना है। राज्य भर के कई युवा नेता, झारखण्ड सरकार के मंत्री, शिक्षाविद्, आधिकारी इत्यादि अध्यक्षता के लिए उपस्थित होंगे। विजेताओं का चयन विशेष जूरी की टीम कई चरणों में तय मानकों के आधार पर करेंगी। सत्र के विजेताओं को पुरस्कृत किया जायेगा तथा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जायेगा। इस आयोजन को लेकर पूरी टीम उत्साहित है। आने वाले समय में इस आयेजन का राज्य में दूरगामी परिणाम दिखेगा। आयोजन समिति की अध्यक्षता डा० कविता परमार  के नेतृत्व में संपन्न होगी। संवाददाता सम्मेलन में डा० पंकज सोनी को- कन्वेनर  कर्ण सिंह,  मंजू सिंह , मंजीत सिंह और ़प्रसुनजीत तिवारी मौजूद थे