झारखण्ड वाणी

सच सोच और समाधान

मातृभाषा के प्रति प्यार और सम्मान होना चाहिए- सुनील कुमार दे

मातृभाषा के प्रति प्यार और सम्मान होना चाहिए- सुनील कुमार दे
माताजी आश्रम में बंगला भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए बैठक सम्पन्न

पोटका- आज माताजी आश्रम हाता में बंगभाषियों का एक बैठक साहित्यकार सह समाज सेवी सुनील कुमार दे कि अध्यक्षता में हुई।बैठक में आश्रम के सचिव राजकुमार साहू ने सभी का स्वागत किया।सुनील कुमार दे ने इस अवसर पर कहा कि मातृभाषा के प्रति हर व्यक्ति का प्यार और सम्मान होना चाहिए।हमारे माताजी आश्रम बंगला भाषा को बचाने का निरंतर प्रयास कर रहा है। इस सिलसिले में आश्रम की सहयोग से गांव गांव में अपुर पाठशाला नाम से बंगला सिखाने का स्कूल खोला जा रहा है।अभी तक आश्रम की ओर से 10 स्कूल खोला गया है।बैठक में माताजी आश्रम के सदस्यों के अलावे एकांत आपन नामक संस्था के सदस्यों ने भाग लिया संस्था की ओर से आश्रम को कुछ वर्ण परिचय और खाता कलम भी स्कूलों के लिए दान दिया गया।संस्था के सदस्यों ने आश्रम की क्रिया कलापों की भूरी भूरी प्रशंशा की।अंत में कृष्ण कांत मंडल ने धन्यवाद दिया।इस अवसर पर आश्रम की ओर से सुनील कुमार दे,राजकुमार साहू,कृष्ण पद मंडल,लोचना मंडल,सुजाता मरल के अलावे एकांत आपन की ओर से सुब्रत कुमार आदित्य,सुजाता घोष,शिल्पी चक्रबर्ती, प्रदीप शील,सुब्रत रुद्र,मौसमी चत्तरआज,सोरेन घोष राय, अमिताभ बनर्जी,मिथिलेश घोष,संजय कुमार चक्रवर्ती, किंग्शुक चत्तराज,सजल साहू आदि उपस्थित थे।