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मैथिली साहित्यकार चंद्रनाथ मिश्र अमर के निधन पर शोक सभा

मैथिली साहित्यकार चंद्रनाथ मिश्र अमर के निधन पर शोक सभा

जमशेदपुर। मैथिली के मूर्धन्य साहित्यकार पंडित चंद्रनाथ मिश्र ‘अमर’ के निधन पर अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के साहित्यकार मंच की ओर से ऑनलाइन शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस कार्यक्रम में पंडित अमर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि 96 वर्षीय पंडित ‘अमर’ हाई स्कूल के शिक्षक के पद से 1983 में सेवानिवृत्त हुए थे । उन्हें 1983 में मैथिली पत्रकारिताक इतिहास पर साहित्य अकादमी पुरस्कार एवं 1998 में अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वे साहित्य अकादमी के फेलो भी थे। मैथिली फिल्म कन्यादान में उन्होंने अभिनय भी किया था। मैथिली में पचास से अधिक पुस्तकों के लेखक पंडित अमर अपनी हास्य रचनाओं के साथ मुखर राष्ट्रवादी चिंतक के रूप में प्रतिष्ठित हुए।

अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषद, जमशेदपुर के अध्यक्ष एवं मैथिली साहित्यकार मंच के संयोजक डा. रवीन्द्र कुमार चौधरी के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्हें ऑनलाइन श्रद्धांजलि देने वालों में अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के संस्थापक डॉ. धनाकर ठाकुर, पूर्वोत्तर मैथिल के संपादक गुवाहाटी के प्रेम कांत चौधरी, जेएनयू के प्रोफेसर सुमित मिश्रा, साहित्य अकादमी के बाल सम्मान से सम्मानित रांची से सियाराम झा ‘सरस’, हजारीबाग से हितनाथ झा, प्रसिद्ध कवि सदरे आलम गोहर, डा अरविंद सिंह झा, डा. शिवकुमार पासवान, सुपौल से डॉ. अरुण कुमार सिंह, पटना से डॉ वंदना किशोर, बसंत कुमार, सहरसा से डॉक्टर डीएन साह, डॉ. प्रशांत कुमार मनोज , डा.अरुण कर्ण, डा. रानी कुमारी, डॉ. श्वेता भारती, डॉ. सुमन कुमार, विभा कुमारी, डा.राधा कुमारी, डा. ध्रुव ज्योति सिंह, विनायक मोहन झा आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित किया।
ज्ञातव्य है कि मैथिली के इस वयोवृद्ध साहित्यकार का निधन गुरुवार की रात उनके दरभंगा आवास पर हो गई। उनके निधन पर बिहार सरकार ने भी शोक व्यक्त किया है।