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लग्जरी वाहनों में जेएमएम का झंडा लगाकर करता था शराब की तस्करी, छामेमारी में हथियार समेत भारी मात्रा में शराब बरामद

रांची में पुलिस ने तीन शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है. तीनों तस्कर लग्जरी वाहन में सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा का बैनर लगाकर शराब की तस्करी करता था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारी मात्रा में अवैध विदेशी शराब के साथ-साथ एक पिस्टल और दो राइफल भी बरामद किया है.

रांची: उत्पाद विभाग की टीम ने लग्जरी वाहनों में राजनीतिक पार्टियों का झंडा लगाकर शराब की तस्करी करने वाले एक गिरोह का खुलासा करते हुए तीन तस्करों को धर दबोचा है. यह गिरोह झारखंड से बिहार में शराब की तस्करी करता था. गिरफ्तार तस्करों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध विदेशी शराब के साथ-साथ एक पिस्टल और दो राइफल भी बरामद किया है. तस्करों के पास से पुलिस ने 70 हजार रुपये भी बरामद किए हैं.
उत्पाद विभाग को यह सूचना मिली थी कि अवैध शराब की एक खेप बिहार भेजे जाने वाली है, जिसके बाद मामले की जानकारी रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र झा को दी गई. एसएसपी रांची ने तुरंत एक टीम का गठन कर शराब तस्करों को दबोचने की जिम्मेवारी दी. उत्पाद विभाग और पुलिस की टीम ने मिलकर रातू थाना क्षेत्र के तिलता चौक के पास वाहनों को चेक करना शुरू किया, क्योंकि उन्हें जानकारी मिली थी कि शातिर शराब तस्कर संजीत शराब की खेप लेकर जाने वाला है. इसी बीच पुलिस की टीम ने
कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के झंडे और बैनर लगे दो वाहनों को रोका. जैसे ही पुलिस की टीम ने उन्हें रोका उसमें मौजूद लोग वहां से फरार होने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर धर दबोच लिया. वाहन की तलाशी ली गई तो उसमें से भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद किया. इस दौरान पुलिस ने मौके से तीन तस्कर संजीत कुमार, जितेंद्र कुमार राय और संतोष कुमार पाठक को दबोच लिया. संजीत कुमार की तलाश पुलिस और उत्पाद विभाग को लंबे समय से था. रांची के पिठौरिया इलाके में जो अवैध शराब बरामद किया गया था उस मामले में भी संजीत कुमार आरोपी हैं.राइफल, रिवॉल्वर बरामद वाहनों के चेकिंग के दौरान पुलिस की टीम ने दो राइफल और एक पिस्टल भी बरामद किया है. उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जो हथियार मिले हैं उसे लाइसेंसी बताया जा रहा है, फिलहाल लाइसेंस वैध है या अवैध इसकी जांच करवाई जा रही है.
गिरफ्तार आरोपियों में से एक आर्मी से रिटायर जवान है. उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह लोग हथियार इसलिए रखते थे ताकि चेक नाके पर अगर कोई इन्हें रोके तो यह अपने आप को भी वीआईपी और राजनीतिक पार्टी का बड़ा नेता कह कर वहां से निकल सके.
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए अभी से शराब माफिया चुनाव को प्रभावित करने के लिए चोरी छुपे झारखंड से अवैध शराब बिहार भेज रहे हैं. शराब माफिया की योजना है कि बड़े पैमाने पर बिहार में शराब जमा कर दी जाए, ताकि ऊंचे कीमत पर बेचकर मुनाफा कमाया जा सके.
झारखंड में शराब कारोबारी इन दिनों महंगी और लग्जरी वाहनों के जरिए ही शराब की तस्करी कर रहे हैं, लेकिन इस बार बकायदा सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा का बैनर लगाकर शराब की तस्करी करते हुए शराब माफिया की गिरफ्तारी पहली बार हुई है. पुलिस की टीम गिरफ्तार आरोपियों के राजनीतिक पार्टियों से संबंधों को भी खंगाल रही है.