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लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर रांची पुलिस सख्त, लाखों की हुई वसूली

रांची में लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है. वहीं, राजधानी में लॉकडाउन के दौरान 5628 लोगों ने नियमों का उल्लंघन किया था, जिनसे कुल 98 लाख 90 हजार 800 रुपये का चालान काटा गया है.

रांचीः कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैलने के बावजूद आम लोग मास्क पहनने को लेकर गंभीर नहीं हैं. मास्क नहीं पहनने वालों को लेकर ट्रैफिक पुलिस लगातार अभियान चला रही है. पिछले बीस दिनों के अंदर ट्रैफिक पुलिस ने 434 लोगों का फाइन सिर्फ इसलिए काटा क्योंकि उन्होंने मास्क नहीं पहना था. रांची ट्रैफिक पुलिस ने शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर अभियान चलाकर 434 लोगों से फाइन की वसूली की है. ट्रैफिक पुलिस के द्वारा धारा-179 के तहत इस मामले में फाइन की वसूली की जा रही है. रांची ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 2.17 लाख रुपये की वसूली की जा चुकी है.
कोराना महामारी के संक्रमण से देश को बचाने के लिए झारखंड सहित पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया था, लेकिन लॉकडाउन के बावजूद झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले लोगों ने ट्रैफिक नियमों का जमकर उल्लंघन किया. रांची में ही ट्रैफिक पुलिस ने लॉकडाउन अवधि के दौरान 98 लाख 90 हजार 800 रुपये का चालान काटा था.
22 मार्च से 11 मई के बीच रांची शहर में कुल 5628 लोग ट्रैफिक नियम तोड़ते पकड़े गए थे. ट्रैफिक पुलिस ने सबसे ज्यादा फाइन बिना ड्राइविंग लाइसेंस और बिना हेलमेट वालों का काटा था. ट्रैफिक एसपी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शहर में लॉकडाउन के बावजूद जो लोग बाहर निकल रहे थे और उनके द्वारा ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था. इसी का नतीजा है कि चालान की रकम एक करोड़ पार कर गई  रांची में ट्रैफिक चालान जमा करने की प्रक्रिया अभी अनिश्चितकाल के लिए रोक दी गई है. कोराना संक्रमण फैलने के कारण पुलिस कंट्रोल रूम में काउंटर बंद कर दिए गए थे. यहां फाइन जमा करने वालों की भी लंबी लाइनें रोजाना लगती थी, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा अधिक बढ़ गया था. वर्तमान में सिग्नल तोड़ने समेत ट्रैफिक उल्लंघन के अन्य मामलों में चालान लोगों के घर तक भेजा जा रहा है. हालांकि कोराना संक्रमण कम होने पर काउंटर खोले जाएंगे.